जयपुर.मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने सोमवार को राजस्थान के हालातों को लेकर सोनिया गांधी से दिल्ली में मुलाकात की और राजस्थान में बैठकों के बारे में कांग्रेस प्रमुख को विस्तार से जानकारी दी. दोनों राजस्थान में चल रहे सियासी संकट को लेकर सोनिया गांधी को आज लिखित रिपोर्ट देंगे.
माकन-खड़गे देंगे हाईकमान को रिपोर्ट:राजस्थान में कांग्रेस पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रभारी अजय माकन सोमवार दोपहर 2:20 बजे जयपुर से दिल्ली जाने वाली इंडिगो फ्लाइट 6E-6917 से रवाना हुए. इसके बाद वे देर शाम आलाकमान से मुलाकात कर राजस्थान में रविवार शाम को हुए घटनाक्रम की जानकारी (Report of Rajasthan Political crisis) दी.
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इस बीच खबर है कि राजस्थान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट आज दिल्ली पहुंचेंगे. इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी आलाकमान के साथ मुलाकात के लिए दिल्ली जाना होगा. गहलोत दिल्ली में इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सोनिया गांधी से अपना पक्ष रख सकते हैं. अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नामांकन को लेकर भी अभी संशय की स्थिति बनी हुई है. माना जा रहा है कि दिल्ली में आलाकमान से मुलाकात के बाद ही अगला कदम तय होगा.
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वहीं कांग्रेस से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान अब राजस्थान के घटनाक्रम को लेकर पूरी तरह से तल्खी के मूड में (Congress high command on Raj political crisis) है. लिहाजा रविवार को हुई बगावत के लिए जिम्मेदार दोषी चेहरों पर भी पार्टी की तरफ से एक्शन लिया जा सकता है. माना जा रहा है कि अपने बंगले पर पार्टी की विधायक दल की मीटिंग से परे जाकर विधायकों की लामबंदी करने वाले वरिष्ठ नेता और मंत्री शांति धारीवाल के साथ-साथ मुख्य सचेतक महेश जोशी को पार्टी आलाकमान ने इस पूरे घटनाक्रम के पीछे जिम्मेदार चेहरों के रूप में देखा है. लिहाजा जोशी और धारीवाल को नोटिस देकर इस घटनाक्रम के सिलसिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जवाब तलब भी कर सकते हैं.
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पायलट खेमे से भी उठी है मांग:रविवार देर रात हुए घटनाक्रम के बाद अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों की लामबंदी के बीच तीन शर्तें साफ हो चुकी है. इस बीच सचिन पायलट गुट ने भी अपना रुख साफ कर दिया है. पायलट के समर्थन में खड़े एमएलए मांग कर रहे हैं कि राजस्थान में मुख्यमंत्री की गद्दी पर उसी शख्स की ताजपोशी हो, जिसने पार्टी को जिताया और आलाकमान ने जिससे मुख्यमंत्री पद सौंपने का वादा किया था. इससे पहले गहलोत गुट की मांग थी कि सीट छोड़ने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन सीएम का चेहरा किसी 'वफादार' को बनाया जाए, ना की पार्टी के खिलाफ जाने वाले को. वहीं कांग्रेस विचारधारा वाले विधायक इस बीच कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर ऐसा शख्स सामने आना चाहिए, जो आने वाले चुनाव में पार्टी को आगे लेकर जाएं और जनता जिसके नाम पर कांग्रेस को वोट दे.