जयपुर. इस माह के अंत तक कॉपर, मेग्नेसाइट, लाईमस्टोन, मैंगनीज और गारनेट के छह प्रधान खनिजों की नीलामी की प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी. एक कॉपर व छह लाईम स्टोन प्रधान खनिजों की ई-नीलामी (E-Auction of minerals in Rajasthan) की प्रकिया आरंभ हो चुकी है, जिससे राज्य में खनन क्षेत्र में नीलामी प्रक्रिया में तेजी लाई गई है.
एसीएस माइंस, पेट्रोलियम एवं एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से माइंस विभाग की वर्चुअल बैठक ली. इस दौरान उन्होंने कहा कि झुन्झुनू व नागौर के दो-दो लाईम स्टोन ब्लॉकों का नीलामी नोटिस जारी किया जा चुका है. 24 से 28 जनवरी के दौरान इन चारों ब्लॉकों की भारत सरकार के ई-पोर्टल पर नीलामी की जाएगी. उन्होंने बताया कि इसी तरह से एक कॉपर व दो लाईम स्टोन ब्लॉकों की नीलामी की प्रक्रिया भी शुरु की जा चुकी है.
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आगामी 7 से 9 फरवरी के दौरान इन ब्लॉकों की भी भारत सरकार के ई-नीलामी पोर्टल पर नीलामी होगी. वीसी में निदेशक खान एवं भूविज्ञान विभाग केबी पण्ड्या ने बताया कि बंशीपहाड़पुर की पिछले दिनों नीलाम की गई खानों में इसी वित्तीय वर्ष में खनन कार्य आरंभ कराने के प्रयास किए जा रहे हैं. इससे क्षेत्र में वैध खनन होने के साथ ही अवैध गतिविधियों पर रोक लग सकेगी. उन्होंने एक संभाग से दूसरे संभाग व एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र के अधिकारियों के बीच परस्पर संवाद व समन्वय पर जोर देते हुए कहा कि इससे नवाचारों, अनुभवों को साझा करने के साथ ही तात्कालीक समस्याओं को भी आसानी से निपटाया जा सकता है.
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पण्ड्या ने अधिकारियों को राजस्व संग्रहण की गति को बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि रेवेन्यू में छीजत या कमी स्वीकार्य नहीं होगी. उन्होंने विभागीय जांच प्रकरणों को अभियान चलाकर एक माह में रिपोर्ट देने को कहा. वहीं अतिरिक्त निदेशक एन.के. कोठ्यारी ने अधिकारियों को रात्रिकालीन गश्त जारी रखते हुए अवैध खनिज परिवहन पर कार्यवाही जारी रखने के निर्देश दिए.