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Corona Vaccination पर राज्यपाल और गहलोत सरकार आमने-सामने, महेश जोशी बोले- राज्यपाल भले आदमी लेकिन...

राजस्थान में कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination in rajasthan) को लेकर राज्यपाल कलराज मिश्र (Governor Kalraj Mishra) और गहलोत सरकार (Gehlot Government) आमने-सामने हो गई है. राज्यपाल की ओर से वैक्सीन की बर्बादी (Wastage of Vaccine) को लेकर दिए गए जांच के निर्देश के बाद माहौल गरमा गया है. मुख्य सचेतक महेश जोशी ने राज्यपाल पर केंद्र सरकार के दबाव में काम करने के आरोप लगाए हैं.

corona vaccination,  Mahesh Joshi accuses Kalraj Mishra
महेश जोशी

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Published : Jun 5, 2021, 4:27 PM IST

Updated : Jun 5, 2021, 5:29 PM IST

जयपुर. कांग्रेस पार्टी पूरे देश में हर राज्य के लिए फ्री वैक्सीनेशन (Free Vaccination) की मांग को लेकर केंद्र सरकार (Central Government) पर दबाव बना रही है. राजस्थान में भी शुक्रवार को इसे लेकर राज्यपाल कलराज मिश्र (Governor Kalraj Mishra) और सभी कलेक्टर को कांग्रेस (Congress) की ओर से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) के नाम ज्ञापन दिया गया.

राज्यपाल भले आदमी लेकिन...

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लेकिन, राजस्थान में एक ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) ने राज्यपाल कलराज मिश्र को फ्री वैक्सीनेशन (Free Vaccination) को लेकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया, तो दूसरी ओर राज्यपाल ने प्रदेश में वैक्सीन की बर्बादी (Wastage of Vaccine) को लेकर गहलोत सरकार (Gehlot Government) से उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दे दिए.

गहलोत सरकार और राज्यपाल आमने-सामने

अब एक बार फिर इस मामले में प्रदेश की कांग्रेस सरकार (Congress Government) और राज्यपाल आमने-सामने दिखाई दे रहे हैं. इस मामले में प्रदेश के विधानसभा मुख्य सचेतक महेश जोशी (Mahesh Joshi) ने राज्यपाल पर केंद्र सरकार के दबाव में काम करने के आरोप लगाए हैं. जोशी ने कहा कि पहले भी राज्यपाल ने केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) के दबाव में आकर विधानसभा सत्र बुलाने में आनाकानी की, लेकिन उस समय हमने सोचा कि गवर्नर की गरिमा रखें, अब एक बार फिर गवर्नर वही काम कर रहे हैं.

राज्यपाल भले आदमी हैं

मुख्य सचेतक महेश जोशी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश के गवर्नर भले आदमी हैं, लेकिन वे काम अंडर प्रेशर (Under Pressure) करते हैं. उन्होंने कहा कि पहले भी जब सत्र बुलाने की बात थी तो गवर्नर को कोई अधिकार नहीं था कि वह मंत्रिमंडल के फैसले के खिलाफ कोई निर्णय कर सके. तब भी राज्यपाल अंडर प्रेशर थे और उन्होंने सत्र बुलाने में आनाकानी करी. लेकिन हमने सोचा कि गवर्नर की गरिमा रखें और कांग्रेस की सरकार ने गवर्नर की गरिमा रखने की कोशिश की.

वैक्सीन की बर्बादी को लेकर माहौल बनाया जा रहा है

जोशी ने कहा कि एक तरफ तो राज्यपाल विधानसभा (Rajasthan Vidhansabha) में भाषण में कहते हैं कि यह मेरी सरकार है. हम गवर्नर से मिलने जाते हैं तो वे कहते हैं कि यह मेरी सरकार है और अब एक ऐसे मुद्दे को जो मुद्दे नहीं है, उसको जांच करने की बात की जा रही है. जोशी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की बर्बादी को लेकर माहौल बनाया जा रहा है, जबकि हमारे पास पूरा रिकॉर्ड है कि कितनी वैक्सीन खराब हुई.

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पता नहीं राज्यपाल ने जांच क्यों बैठाई है

महेश जोशी ने कहा कि वैक्सीन खराब होने के कई कारण होते हैं. इसीलिए एक पैमाना बनाया जाता है कि इतना प्रतिशत वैक्सीन खराब हो सकता है. जोशी ने दावा किया कि राजस्थान (Rajasthan) में सबसे कम कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) खराब हुई है. अब पता नहीं राज्यपाल ने क्यों इसकी जांच बैठाई है?

राज्यपाल अंडर प्रेशर काम कर रहे हैं

उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि अगर जांच ही थी तो फिर राज्यपाल के सहारे से नहीं बल्कि केंद्र सरकार ही इस बात की जांच बैठा दें कि जिन-जिन राज्यों में वैक्सीनेशन हुआ है उनमें कितनी वैक्सीन बर्बाद हुई है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल का यह निर्णय फिर बताता है कि वह अंडर प्रेशर काम कर रहे हैं. हम उनकी परिस्थिति समझ सकते हैं कि वह भले आदमी हैं, लेकिन प्रेशर को टॉलरेट पाना उनके लिए संभव नहीं है.

Last Updated : Jun 5, 2021, 5:29 PM IST

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