जयपुर.प्रदेश में चाहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हों या फिर पीएचईडी मंत्री महेश जोशी. हर बार यही कहते नजर आते हैं कि राजस्थान के 13 जिलों के लिए पानी की लाइफलाइन के तौर पर देखी जा रही ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) को प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय परियोजना बनाने का वादा किया था, लेकिन अब तक वह वादा पूरा नहीं हुआ है. यही बात एक बार फिर शुक्रवार को जल जीवन मिशन के सम्मेलन में राजस्थान के जलदाय मंत्री महेश जोशी ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के सामने कह दी तो दोनों नेताओं के बीच नोकझोंक हो गई.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यहां तक कह दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में यह कहा था कि इस परियोजना का प्रस्ताव उनके पास आया है. वहीं, अजमेर में उन्होंने इस परियोजना को लेकर कुछ नहीं कहा था. अगर यह झूठ हुआ तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा नहीं तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और आप पद छोड़ देना. उस समय तो महेश जोशी ने ज्यादा कुछ शेखावत को नहीं कहा, लेकिन बाद में उन्होंने इस बात का जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साल 2018 में जयपुर और अजमेर में दिए गए बयानों की क्लिपिंग साझा करते हुए दिया.
उन्होंने कहा कि गजेंद्र सिंह जल्दबाजी में अल्पज्ञान के चलते असत्य बोल जाते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2018 में जयपुर और अजमेर में ईआरसीपी प्रोजेक्ट को लेकर क्या कुछ कहा था यह सब ऑनलाइन मौजूद है. 'मैं भी वह क्लिपिंग सब जगह भेज रहा हूं'. जोशी ने कहा कि क्लिपिंग से साफ है कि ईआरसीपी के लिए प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा था कि इससे 2,00000 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी. साथ ही 13 जिलों के लोगों को पेयजल उपलब्ध होगा और हम संवेदनशीलता के साथ सहानुभूति पूर्वक इस पर फैसला करेंगे. इसकी डीपीआर तैयार हो रही है.
पढ़ें :केंद्रीय मंत्री शेखावत और महेश जोशी के बीच नोकझोंक, शेखावत बोले- मैं गलत हुआ तो राजनीति छोड़ दूंगा