जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को नगर आयोजना और प्रादेशिक विकास विभाग की अनुदान मांगों पर बहस में भाजपा विधायक मदन दिलावर ने भी हिस्सा लिया. मदन दिलावर ने इस दौरान शांति धारीवाल को लेकर विवादित बोल बोलते हुए कहा कि कोटा शहर में चोरों का आतंक है, कुत्तों का आतंक है, बंदरों का आतंक और उसके साथ-साथ धारीवाल का भी आतंक है.
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दिलावर ने कहा कि वहां विकास का काम नहीं हो रहा है. इस पर सभापति की कुर्सी पर बैठे राजेंद्र पारीक ने कहा कि आपके नेता राजेंद्र राठौड़ कह रहे हैं कि वहां मदन दिलावर का भी आतंक है. दिलावर ने कहा कि विकास नाम का कुछ भी कोटा में नहीं है. कभी कहते हैं कि 100 करोड़ यहां लगा रहा हूं, कभी कहते हैं 500 करोड यहां लगा रहा हूं. क्या स्मार्ट सिटी में यह प्रावधान है कि शहर के कुछ भागों में पानी मुहैया नहीं कराया जाए, कुछ भागों में बिजली मुहैया नहीं कराई जाए, शहर के कुछ भाग को सड़क भी नहीं बना कर दी जाए और नालियां भी नहीं बनाया जाए.
शांति धारीवाल विनाश पुरुष हैं
मदन दिलावर ने कहा कि क्या यही है विकास. अगर इसी को विकास कहते हैं तो यह विनाश पुरुष हैं शांति कुमार धारीवाल, जिन्होंने कोटा का सत्यानाश कर रख दिया है. उन्होंने रमेश मीणा के एससी-एसटी विधायकों के साथ भेदभाव के आरोपों को लेकर कहा कि रमेश मीणा ने जो कहा था मैं उसकी पुष्टि करता हूं. उन्होंने कहा था कि सरकार एससी-एसटी के खिलाफ है. मैं यह इसलिए कह रहा हूं क्योंकि 8 वार्ड नगर निगम सीमा में रामगंजमंडी के आते हैं. वैसे 6 वार्ड अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के और वहां का एमएलए भी अनुसूचित जनजाति का है, इसलिए वहां का विकास नहीं करना चाहते हैं.
अनुसूचित जाति के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है
इसलिए रमेश मीणा आपने अच्छी बात कही है ताकि अनुसूचित जाति के लोग सुन लें कि अनुसूचित जाति के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है. इस पर सभापति ने इस मामले को अंकित नहीं होने की बात कही और साथ ही खड़े होकर यह भी कहा कि आज एससी-एसटी स्वर्ण के विषय पर चर्चा नहीं हो रही है. अगर आप कहना चाहते हैं तो मैं अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को कह देता हूं कि इस विषय पर चर्चा कर लें, लेकिन आज की चर्चा स्वायत शासन विभाग पर हो.
दिलावर को आप आगे बढ़ने का मौका नहीं दे रहे हैं