जयपुर.कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के बीच अब भाजपा के प्रदेश महामंत्री और नगर निगम ग्रेटर के चुनाव प्रभारी मदन दिलावर भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं. दिलावर भाजपा के नवनिर्वाचित 88 पार्षदों के बीच बीते कुछ दिनों से लगातार बैठक कर रहे थे. वहीं गुरुवार को वो प्रदेश भाजपा मुख्यालय में महापौर प्रत्याशी चयन की बैठक में शामिल हुए थे, जिसके चलते अब उनसे संपर्क में आए पार्टी के कई शीर्ष नेताओं को भी कोरोना संक्रमण का डर सताने लगा है. दिलावर के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी की है.
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दरअसल बीजेपी पार्षदों की बाडाबंदी स्थल चोमू पैलेस होटल में बुधवार शाम को ही मदन दिलावर को थकावट और बुखार आया था. जिसके बाद वे होटल के कमरे में आराम करने चले गए, लेकिन अल सुबह अपने चेस्ट का सीटी स्कैन कराने के बाद वह भाजपा मुख्यालय पहुंच गए. जहां पर पार्टी के प्रदेश से आने वाले सभी शीर्ष नेता मौजूद थे. उनमें तीनों केंद्रीय मंत्री के साथ ही नेता प्रतिपक्ष और उप नेता और पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री जी सतीश भी शामिल थे.
इसके बाद वे वापस चोमू पैलेस होटल भी गए. जहां उन्होंने भाजपा पार्षदों की बैठक भी ली और शुक्रवार सुबह होटल में ही संघ की शाखा भी लगाई. इस दौरान मदन दिलावर के साथ सह चुनाव प्रभारी और चोमू विधायक रामलाल शर्मा भी रहे. मतलब इस दौरान पार्टी के नवनिर्वाचित पार्षदों के साथ ही रामलाल शर्मा और भाजपा मुख्यालय में बैठक में मौजूद सभी नेता हो में अब संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.
जब लक्षण थे तो फिर दिलावर ने खुद को आइसोलेट क्यों नहीं किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बार-बार यह कहते नहीं थकते कि जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं, लेकिन प्रदेश भाजपा के यह बड़े नेता ही अपने प्रधानमंत्री के इस नारे का अनुसरण नहीं करते. यदि करते तो आज प्रदेश भाजपा से जुड़े इन तमाम नेताओं पर कोरोना का खतरा नहीं मंडराता. मदन दिलावर से जुड़े प्रकरण में भी कई सवाल उठ रहे हैं. खासतौर पर जब गुरुवार को ही दिलावर को हल्का बुखार हुआ था, तो उन्होंने खुद को आइसोलेट क्यों नहीं किया और जब उन्होंने अपनी चेस्ट का सीटी स्कैन कराया तब भी उन्हें महापौर प्रत्याशी चयन बैठक में जाने से बचना चाहिए था. लेकिन दिलावर ने ऐसा नहीं किया और ना केवल भाजपा नेता और नवनिर्वाचित पार्षदों की जान खतरे में डाली साथ ही भाजपा मुख्यालय में तैनात कई मीडिया कर्मियों से भी वे संपर्क में आए.
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गुलाबचंद कटारिया कर रहे बचाव
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया इस मामले में मदन दिलावर का बचाव करते नजर आए. कटारिया के अनुसार भाजपा मुख्यालय में बैठक में शामिल होने से पहले मदन दिलावर ने अपनी कोरोना से जुड़ी जांच कराई थी, जो नेगेटिव आई थी, लेकिन जब सिम्टम्स दिखे तो उन्होंने वापस अपनी कोरोना की जांच कराई. जो पॉजिटिव आई. अब बड़ा सवाल यही है कि जब कोरोना से जुड़े लक्षण मदन दिलावर में थे. तो वो फिर पार्टी से जुड़े शीर्ष नेताओं की इस बैठक में शामिल होकर उनकी जान पर खतरा क्यों डाल गए.