जयपुर.जयपुर शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली लो-फ्लोर बसें बंद है क्योंकि जेसीटीएसएल कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. जिससे आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं ऑटो रिक्शा और मिनी बसों को हड़ताल का फायदा मिल रहा है. ऑटो रिक्शा और मिनी बस चालक लोगों ने मनमाना किराया वसूल रहे हैं. कई मिनी बसों में तो सवारिया भी ठूंस-ठूंसकर भरी जा रही है.
दरअसल, जेसीटीएसएल एंप्लाइज यूनियन 9 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल कर रही है. जेसीटीएसएल कर्मचारियों की हड़ताल पर जाने से जयपुर शहर में करीब 250 शहरी परिवहन लो-फ्लोर बसों का संचालन बंद हो गया है. जेसीटीएसएल एंप्लाइज यूनियन के बैनर तले करीब 1140 जेसीटीएसएल कर्मचारी आज से हड़ताल पर हैं.
ऑटो चालक और मिनी बस चालक वसूल रहे मनमाना किराया पढ़ें-पटवारी भर्ती परीक्षा 2021: जिले में रहेगी विशेष व्यवस्था, कलेक्टर ने परीक्षार्थियों से की ये अपील
ऑटो-रिक्शा, मिनी बस वाले वसूल रहे मनमाना किराया
बता दें कि राजस्थान विश्वविद्यालय की कई परीक्षाएं चल रही है. ऐसे में विद्यार्थियों को भी आने जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. बसों की हड़ताल के चलते बस स्टॉप पर विद्यार्थी ऑटो- रिक्शा और मिनी बसों का इंतजार कर रहे हैं. वही आमजन भी लो फ्लोर बसों की हड़ताल से काफी परेशान है.
परीक्षा देने पहुंचे छात्रों का कहना है कि घंटों तक बस का इंतजार करना पड़ रहा है. ऑटो रिक्शा वाले किराया ज्यादा वसूल रहे हैं. मिनी बस वाले भी रोजाना से अधिक किराया मांग रहे हैं. बसों की हड़ताल से आमजन और विद्यार्थियों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. लो-फ्लोर बस शायरी ट्रांसपोर्ट का सबसे अच्छा साधन है. लोग ज्यादातर लो-फ्लोर बसों में ही यात्रा करते हैं. ऐसे में बसों की हड़ताल से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, कई लोग ओला, उबर और कैब की बुकिंग करवा रहे हैं, तो उसमें भी किराया महंगा पड़ रहा है. हालांकि लो फ्लोर बसों की हड़ताल से ऑटो रिक्शा और मिनी बस वालों को फायदा हुआ है, तो आमजन को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
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9 सूत्रीय मांगों को लेकर JCTSL कर्मचारियों की हड़ताल
जेसीटीएसएल कर्मचारी लंबे समय से अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. जयपुर शहर में जेसीटीएसएल के तीनों डिपो में एक भी बस का संचालन नहीं हुआ है. कर्मचारियों ने सातवें वेतनमान को लागू करने, बकाया बोनस और एरियर का भुगतान करने, मुख्यालय में लगे परिचालकों से पदअनुरूप कार्य करवाने और नई भर्ती समेत 9 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन किया है और इन्हीं मांगों को लेकर कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं.