इंदौर/जयपुर.नारिकता संशोधन कानून के खिलाफ कई राज्यों में प्रस्ताव पास हो चुका है. इस सवाल का जबाब देते हुए ओम बिरला ने कहा है कि देश मे लोकतांत्रिक व्यवस्था है. संविधान में सभी सदनों को अपने-अपने बिल पारित करने का अधिकार है.
उन्होंने कहा कि सीएए के संबंध में संसद के अंदर चर्चा हुई है, जिसके बाद मतविभाजन भी हुआ है. लोकतंत्र की यही विशेषता है कि हर विधेयक पर चर्चा होती है. जिसमें सहमति ओर असहमति भी होती है. लेकिन बहुमत से जो बिल पारित हो जाता है. सरकार उसपर कानून बनाने का काम करती है.