जयपुर. आबकारी आवेदनों से रिकॉर्ड कमाई के बाद शराब कारोबार में भाग्य आजमा रहे लोगों का इंतजार भी समाप्त हो गया है. राजधानी सहित प्रदेश भर के सभी जिला मुख्यालय पर गुरुवार को शराब लाइसेंस की लॉटरी निकाली गई. जयपुर के डीईओ ने बताया कि लॉटरी में अंग्रेजी शराब की 206 दुकान के लिए 20460 आवेदन आए हैं. इसी प्रकार से देशी मदिरा की 97 दुकानों के लिए 2574 एप्लीकेशन आए हैं.
बता दें कि प्रदेश भर में जहां 7600 दुकानों के लिए दो लाख 87 हजार लोगों ने अपना भाग्य आजमाया है. वहीं जयपुर जिले में 22231 लोग भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. वहीं राज्य के बाहर के लोगों बात की जाए तो राज्य के बाहरी लोगों में भी 20 हजार से ज्यादा लोगों ने राजस्थान के शराब कारोबार में उतरने के लिए फॉर्म लगाए थे.
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गुरुवार सुबह 11 बजे मानसरोवर स्थित वीटी रोड मैदान में हजारों की भीड़ के बीच कलेक्टर जोगाराम की मौजूदगी में आईपीएस मोनिका सेन ने लॉटरी की पहली पर्ची निकाली. लॉटरी स्थल पर दो विशाल पांडाल भी लगाए गए हैं, जिनमें कई बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है. ताकि आवेदक दूर से भी सारी प्रक्रिया को देख सकेंगे. वहीं लॉटरी में पारदर्शिता बनी रहे इसके लिए पूरे परिसर में वीडियोग्राफी भी करवाई गई है.
इसके साथ ही वीटी रोड मैदान में दो पंडाल भी लगवाए गए हैं. एक पांडाल में जयपुर शहर तो दूसरे पांडाल में जयपुर ग्रामीण की लॉटरी निकाली जा रही है. दोनों ही पंडालों में डीईओ शहर सुनील भाटी और डीईओ ग्रामीण बाबूलाल जाट सहित कलेक्टर द्वारा अधिकृत अधिकारी भी मौजूद रहे. वहीं शहर के बीच अंग्रेजी और देशी शराब के जोन की बारी-बारी से लॉटरी निकाली गई.
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इस दौरान जयपुर शहर के डीईओ ने बताया कि सभी एप्लीकेशंस की जोन वाइज लॉटरी भी निकाली जा रही है. अभी अंग्रेजी मदिरा की लॉटरी निकाली जा रही है. उसके बाद देशी मदिरा की लॉटरी निकल जाएगी. साथ ही कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल 1000 आवेदन कम आए हैं. पिछले साल 24000 आवेदन जयपुर शहर और ग्रामीण में आए थे, तो इसके साथ ही इस बार आवेदन 2334 आए हैं. साथ ही राजधानी में आबकारी विभाग को 69 करोड़ का राजस्व भी इन आवेदनों से प्राप्त हुआ है.
अजमेर में शराब लाइसेंस की लॉटरी निकाली गई
अजमेर के जवाहर रंग मंच पर जिला आबकारी विभाग ने जिले में अंग्रेजी की 69 और देशी शराब की 302 दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया गुरुवार को लॉटरी के माध्यम से पूरी कर ली गई है. दुकान आवंटन के लिए जिले में 6 हजार 622 आवेदन विभाग को मिले थे. इनमें 30 हजार रुपये प्रति अंग्रेजी शराब की दुकान और 25 हजार रुपये प्रति देशी शराब की दुकान के लिए आवेदन की दर थी.
खास बात यह है कि शराब की दुकान के आवेदन के लिए ही 19 करोड़ 86 लाख का राजस्व विभाग ने अर्जित कर लिया है. जबकि दुकान आवंटन के बाद लक्ष्य अलग से है. साथ ही आवेदन करने वालों में 40 फीसदी महिलाएं शामिल हैं. विभाग ने पारदर्शिता अपनाते हुए सबके सामने लॉटरी की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया.
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लॉटरी प्रक्रिया में आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त राजेन्द्र राठौड़, जिला आबकारी अधिकारी राजेश गोयल और संयुक्त निदेशक निकाय अनुपमा टेलर सहित विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के अलावा लॉटरी में अपना भाग्य आजमाने वाले जिले भर से आए बढ़ी संख्या में लोग शामिल थे.
बता दें कि शराब की दुकान के लिए आवेदन के साथ जमा की गई राशि नॉन रिफंडेबल है. बावजूद इसके लोगों में शराब की दुकान के लिए आवेदन में ही गजब का उत्साह देखा गया. इसका कारण है कि जिले में शराब की बिक्री में कमी नहीं आई है.