जयपुर. पॉक्सो मामलों की विशेष अदालत ने नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में अभियुक्त अविनाश तिवाड़ी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. इसके साथ ही अदालत ने अभियुक्त पर एक लाख 15 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है.
अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि अभियुक्त को शेष जीवन जेल में रखा जाए. अदालत ने मामले में लचर जांच करने वाले सुगन सिंह के खिलाफ डीजीपी को कार्रवाई करने को कहा है. विशेष लोक अभियोजक ललिता संजीव महरवाल ने अदालत को बताया कि ब्रह्मपुरी थाना इलाका निवासी नाबालिग पीड़िता पड़ोसी अभियुक्त से परिचित थी. अभियुक्त आए दिन उसके साथ दुष्कर्म करता था, जिस कारण वह गर्भवती भी हो गई थी.
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विशेष लोक अभियोजक ने बताया कि 27 मई 2015 को अभियुक्त उसका अपहरण कर पुणे ले गया. जहां अभियुक्त ने उसके साथ कई दिनों तक दुष्कर्म किया. वहीं पीड़िता के पिता की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 3 जून को अभियुक्त को गिरफ्तार कर पीड़िता को बरामद किया.
आपसी रंजिश के मामले में अभियुक्तों को आजीवन कारावास
जयपुर के अतिरिक्त सत्र न्यायालय क्रम-2 ने आपसी रंजिश के कारण हत्या करने के मामले में अभियुक्त शिवराज गुर्जर और पुरण चंद गुर्जर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. वहीं, अदालत ने 6 आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया है.
अपर लोक अभियोजक रिशाल शर्मा ने अदालत को बताया कि मृतक सीताराम गुर्जर और अभियुक्तों का अवैध शराब को लेकर विवाद चल रहा था. 10 अप्रैल 2017 को अभियुक्तों ने जमवारामगढ़ थाना इलाके में सीताराम गुर्जर की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक के भाई की ओर से दर्ज रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अभियुक्तों को गिरफ्तार कर अदालत में आरोप पत्र पेश किया.