जयपुर.राजस्थान विधानसभा के शून्यकाल में झुंझुनू में मंगलवार शाम हुई ओलावृष्टि का मसला भी उठा तो, वहीं रानीवाड़ा और बाड़मेर क्षेत्र में चर्म रोग डोलिया के कारण नष्ट हो गई जीरे की फसल और पटवारियों की हड़ताल का मामला भी प्रमुखता से उठाया गया.
शून्यकाल के दौरान सूरतगढ़ विधायक सुभाष पूनिया ने यह मसला उठाते हुए कहा कि मंगलवार शाम 5 बजे झुंझुनू जिले में कई जगह ओलावृष्टि हुई, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ. पूनिया ने कहा कि सरकार हताहत किसानों को राहत देने के लिए जल्द से जल्द गिरदावरी कराए और किसानों के फसली ऋण माफ करने के साथ ही बिजली का बिल भी माफ करे. पूनिया ने कहा मेरी विधानसभा क्षेत्र में 12 गांव ऐसे हैं, जहां पर शत-प्रतिशत किसानों को नुकसान हुआ है. वहीं, बीकानेर के नोखा क्षेत्र में ओलावृष्टि से कई किसानों को नुकसान हुआ है.
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सदन में रानीवाड़ा से विधायक नारायण सिंह देवल ने भी अपने क्षेत्र में चर्म रोग धोलिया के कारण जीरे की फसल को हुए भारी नुकसान का मामला उठाया. देवल ने कहा कि क्षेत्र में जीरा, ईसबगोल, रायडा और गेहूं की फसल को चर्म रोग धूलिया के कारण नुकसान हुआ है. खासतौर पर जीरे की 50 से 70 फ़ीसदी फसल तो जल गई है. वहीं, पटवारियों की हड़ताल के चलते क्रॉप कटिंग का काम भी नहीं हो पा रहा है, जिससे किसानों को फसल बीमा का भी फायदा नहीं मिल पाएगा. देवल ने सरकार से पटवारियों की हड़ताल जल्द समाप्त करवाकर खराबे की गिरदावरी करवाने और पीड़ित किसानों को मुआवजा देने की मांग की.