जयपुर.जयपुर कलेक्ट्रेट परिसर से एक वकील को सिविल ड्रेस में आई पुलिस निजी गाड़ी में मानसरोवर थाने ले (Police took lawyer in private vehicle) गई. इससे हंगामा हो गया. इसके बाद वकीलों ने सिविल ड्रेस में आए एक पुलिसकर्मी को घेर लिया. वकील का अपहरण का आरोप लगाते हुए वकीलों ने कलेक्ट्रेट परिसर में नारेबाजी (Lawyers protest in Jaipur) की. जब वकीलों ने रास्ता जाम करने की चेतावनी दी, तो पुलिस वकील को वापस लेकर लौटी.
दरअसल वकील मनीष गुप्ता शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में नोटरी का काम कर रहे थे. इस दौरान सिविल ड्रेस में आए पुलिसकर्मी उन्हें किसी काम का बहाना लेकर कलेक्टर के गेट नंबर 1 पर पहुंचे और उन्हें गाड़ी में डालकर ले गए. वकील मनीष गुप्ता ने इसका विरोध किया, लेकिन पुलिस ने उनको डांट कर चुप करा दिया. जब पुलिसकर्मी हनुमान सहाय चौधरी वकील का मोबाइल लेने आया, तो वकीलों ने पुलिसकर्मी को घेर लिया और उसे जाने नहीं दिया. वकील को इस तरह ले जाने पर गुस्साए वकीलों ने गेट नंबर 1 के बाहर 10 मिनट तक रास्ता भी जाम कर दिया. घटना की सूचना मिलने पर सिंधी कैंप, सदर और बनीपार्क पार्क थाने का जाप्ता मौके पर पहुंचा.
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इस तरह से वकील को ले जाने पर वकीलों ने पुलिसकर्मी हनुमान सहाय चौधरी को खरी खोटी सुनाई और नाराजगी जताई. हालांकि पुलिस ने समझाइश कर उन्हें शांत करा दिया. वकीलों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए और जमकर कलेक्टर परिसर में उनके खिलाफ नारे लगाए. पुलिसकर्मी हनुमान सहाय चौधरी को डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के दफ्तर लाया गया. साथ में पुलिस के आला अधिकारी भी थे. वकीलों ने पुलिस को चेतावनी दी कि यदि जल्द ही वकील मनीष गुप्ता को बिना गिरफ्तारी दिखाए जल्द वापस नहीं लाया गया, तो सभी वकील रास्ता जाम कर देंगे. वकीलों ने आरोप लगाया कि गुंडों की तरह पुलिस वकील का अपहरण लेकर गई. इस तरह की घटना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.