रुद्रप्रयाग/जयपुर.सोनप्रयाग से गौरीकुंड 5 किमी मोटरमार्ग पर सफर करना खतरनाक साबित हो रहा है. दो दिन के भीतर इस मोटरमार्ग पर दो तीर्थ यात्रियों ने अपनी जान गंवा दी है. 13 से अधिक तीर्थ यात्री घायल हो गये हैं. सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मोटरमार्ग पर जगह-जगह बोल्डर गिर रहे हैं. इस कारण यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं. ऐसे में मोटरमार्ग पर वाहन चालक भी आवाजाही करने से कतरा रहे हैं.
वहीं, बुधवार देर रात से हो रही बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में मलबा आ गया. मलबा इतना अधिक ज्यादा है कि दोपहर बाद तक भी साफ नहीं हो पाया है. वहीं, बदरीनाथ हाईवे के वैकल्पिक खांखरा-छांतीखाल मोटरमार्ग पर भी जगह-जगह बोल्डर गिर रहे हैं. बोल्डरों की चपेट में एक यात्री कार आ गई. कार (Landslides at various places on Sonprayag-Gaurikund motorway) में सवार एक यात्री गंभीर रूप से घायल हो गया.
बता दें, मानसूनी बारिश केदारनाथ धाम की यात्रा के लिये आफत बनकर बरस रही है. दो दिनों में दो तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई है और दस से अधिक यात्री घायल हो गये हैं. ऐसे में अब यात्री भी यात्रा करने से कतरा रहे हैं. सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मोटरमार्ग पर सफर करना जानलेवा साबित हो रहा है. बुधवार को जहां एक वाहन के ऊपर पहाड़ी से बोल्डर गिरे थे, वहीं आज गुरुवार को सोनप्रयाग से कुछ दूरी पर केदारनाथ से आ रहे पैदल यात्रियों पर बोल्डर गिर गए. बोल्डर गिरने से बांसबाड़ा राजस्थान निवासी 50 वर्षीय जयंती लाल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मयूरी पत्नी धमेन्द्र (30) निवासी अहमदाबाद गुजरात, अवन सिंह पुत्र मीर सिंह (59) निवासी झज्जर हरियाणा और विकास पुत्र वीर चन्द्र सिंह (24) घायल हो गये.