जयपुर. डीसीपी साउथ हरेंद्र कुमार महावर के निर्देशन में सांगानेर सदर थाना अधिकारी हरिपाल सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. पीड़ित ने आरोपी किशन कुमार से एक प्लॉट खरीदा था, जिसके बदले 6 लाख 55 हजार रुपये का भुगतान कर दिया गया था. जिसका पट्टा और अन्य दस्तावेज भी सुपुर्द कर दिए गए. लॉकडाउन में खातेदार ने जेसीबी लगाकर प्लॉट को तोड़ दिया. जिसके बाद पीड़ित आरोपी किशन कुमार शर्मा के पास पहुंचा तो गाली गलौज कर धमका कर भगा दिया गया.
इसके बाद पता चला कि आरोपी किशन कुमार ने दूसरी सोसाइटी के नाम से फर्जी पट्टे जारी कर रखे हैं और खातेदारों को भुगतान नहीं किया गया. जिसके बाद पीड़ित ने थाने पहुंचकर मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया. पुलिस की स्पेशल टीम ने आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
फर्जी पट्टा जारी करने वाला आरोपी गिरफ्तार...
राजधानी जयपुर के आमेर थाना पुलिस ने फर्जी पट्टा जारी करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने फर्जी पट्टा जारी करने के मामले में सोसाइटी अध्यक्ष प्रवीण कुमार को गिरफ्तार किया है. डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख और एडिशनल डीसीपी सुमित गुप्ता के निर्देशन में एसीपी आमेर सौरभ तिवारी और एसएचओ आमेर शिवनारायण यादव के नेतृत्व में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. कार्रवाई में आमेर थाने के सहायक उप निरीक्षक राज सिंह, कांस्टेबल मोहनलाल और नरेश कुमार की सराहनीय भूमिका रही है.
वाहन मालिकों ने बिना लोन चुकाए दूसरे लोगों के नाम ट्रांसफर कर वाली गाड़ियां...
राजधानी जयपुर में वाहन मालिकों द्वारा बिना लोन चुकाए ही अन्य व्यक्तियों के नाम गाड़ियां ट्रांसफर कराने का मामला सामने आया है. वाहन मालिकों ने बिना लोन चुकाए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वाहन ट्रांसफर करवा लिए. 11 वाहन मालिकों ने फर्जीवाड़े से वाहन ट्रांसफर करवाए हैं. फाइनेंस कंपनी ने जयपुर के आदर्श नगर थाने में 11 लोगों के खिलाफ फर्जीवाड़े से वाहन ट्रांसफर करवाने की रिपोर्ट दर्ज करवाई है.
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कंपनी की रिपोर्ट के मुताबिक 11 लोगों ने वाहन की किस्तें जमा कराना बंद कर दिया. आरटीओ में दलालों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों से वाहन ट्रांसफर करवा लिए, जिनमें से तीन की अभी प्रक्रिया जारी है. नियम के अनुसार जब तक फाइनेंस कंपनी का पूरा लोन चुकता नहीं हो जाता, तब तक एनओसी जारी नहीं होती है और बिना एनओसी के वाहन ट्रांसफर नहीं हो सकता. लेकिन इस मामले में दलालों की मिलीभगत से बिना एनओसी के ही वाहन दूसरे लोगों के नाम ट्रांसफर करवा दिए गए. फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों और जवानों को भी होली की शुभकामनाएं...
राजस्थान पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने होली के पावन पर्व पर राजस्थान पुलिस के सभी अधिकारियों और जवानों को सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं. डीजीपी ने अपने संदेश में कहा है कि वर्ष 2020 में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए आप सभी ने पूर्ण निष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया है. कोरोना का खतरा अभी टला नहीं ह. विगत दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले निरंतर बढ़ रहे हैं. इसे ध्यान में रखते हुए होली के अवसर पर आमजन से कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करवाते हुए होली का पावन पर घरों में मनाने की अपील की गई है. डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों और जवानों से आग्रह किया है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वयं कोरोना से सुरक्षित रहकर प्रदेशवासियों को भी सुरक्षित होली मनाने के लिए प्रेरित करें.
होली पर हुड़दंग मचाने वालों की खैर नहीं...
होली पर हुड़दंग मचाने वालों पर निगरानी रखने के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की निर्भया स्क्वायड टीम पूरी तरह से मुस्तैद है. निर्भया स्क्वायड टीम जयपुर शहर के विभिन्न स्थानों पर उधम मचाने वालों पर निगरानी रखेगी. एडिशनल डीसीपी एवं निर्भया स्क्वायड टीम की नोडल अधिकारी सुनीता मीणा के मुताबिक होली पर लोग बुरा ना मानो होली है कह कर रास्ते में महिलाओं और बालिकाओं से जबरन होली खेलते हैं. अभद्र व्यवहार करने की कोशिश करते हैं.
ऐसे हुड़दंग करने वाले असामाजिक तत्वों के लिए हमारा स्पष्ट पैगाम है कि होली पर लड़की के साथ छेड़छाड़ करने पर पिज्जा बॉय से भी पहले जयपुर पुलिस पहुंच जाएगी और आप को जेल में ट्रीट देगी. किसी भी महिलाओं को उसकी सहमति के बिना छूना अपराध है. अगर ऐसी आपत्तिजनक हरकत करते हैं तो जेल हो सकती है. नाबालिग लड़की की सहमति भी माननीय नहीं है. इसलिए नाबालिग लड़की के साथ ऐसी आपत्तिजनक हरकत करने पर लंबे समय तक जेल में जाना पड़ सकता है.
पुलिस पर होली का डांडा उखाड़ने का आरोप...
राजधानी जयपुर में होली के पर्व पर पुलिस पर होली का डांडा उखाड़ने का आरोप लगाया गया है. जयपुर के गलता गेट थाना इलाके में बास बदनपुरा का मामला बताया जा रहा है, जहां पर थानाधिकारी सतीश चंद पर होली का डंडा उखाड़ने का आरोप लगा है. घटना के बाद काफी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई और पुलिस के खिलाफ आक्रोश जताया गया. सूचना मिलते ही एसीपी रामगंज सुनील प्रसाद शर्मा भी मौके पर पहुंचे और लोगों से समझाइश कर मामला शांत करवाने का प्रयास किया गया. मौके पर कई जनप्रतिनिधि और पार्षद भी पहुंच गए. लोगों ने घटना की निंदा करते हुए पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. काफी समझाइश के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया. मौके पर शांति व्यवस्था कायम है.