राजस्थान

rajasthan

महाराजा कॉलेज जमीन अधिग्रहण मामला : फैसले के खिलाफ भूख हड़ताल कर रहे NSUI छात्र नेता की बिगड़ी तबीयत...

By

Published : Jul 25, 2022, 8:59 PM IST

महाराजा कॉलेज की जमीन अधिग्रहण के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठे एक छात्र की तबीयत बिगड़ (Student fell ill during hunger strike) गई. छात्र को एसएमएस अस्पताल ले जाया गया है. बता दें कि पिछले 15 दिनों से छात्र आईपीडी टावर के लिए महाराजा कॉलेज की जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे हैं. बीते ​3 दिन से कुछ छात्र इस मामले को लेकर भूख हड़ताल पर हैं.

Student fell ill during hunger strike
महाराजा कॉलेज जमीन अधिग्रहण मामला: फैसले के खिलाफ भूख हड़ताल कर रहे एनएसयूआई छात्र नेता की बिगड़ी तबीयत

जयपुर.राजस्थान विश्वविद्यालय के महाराजा कॉलेज की जमीन अधिग्रहण (Land acquisition case in Maharaja College) के फैसले के खिलाफ भूख हड़ताल कर रहे एनएसयूआई छात्र नेता आलोक शर्मा की सोमवार को तबीयत खराब हो गई. जिसे एंबुलेंस के जरिए एसएमएस अस्पताल ले जाया गया. आलोक के अलावा एनएसयूआई इकाई अध्यक्ष अमरजीत परिहार, हितेश यादव, मनीष चारण और अभिषेक चौधरी भी भूख हड़ताल पर हैं. ये छात्र बीते 15 दिनों से आईपीडी टावर के लिए की जा रही महाराजा कॉलेज की जमीन अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलनरत हैं.

एसएमएस अस्पताल के आईपीडी टावर के लिए जीएसएस और सड़क के लिए महाराजा कॉलेज परिसर की 10 वर्गमीटर भूमि अधिग्रहण की जानी है. इसमें 2000 वर्ग मीटर भूमि सब स्टेशन और शेष भूमि से 50 फीट चौड़ी सड़क को 160 फिट चौड़ा किया जाएगा. जिसके विरोध में बीते 15 दिन से आंदोलन कर रहे एनएसयूआई छात्र संगठन ने अपना आंदोलन तेज किया. छात्र नेता बीते 3 दिन से भूख हड़ताल पर हैं. बावजूद इसके अब तक सरकार या प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा उनसे मुलाकात करने के लिए नहीं पहुंचा.

भूख हड़ताल पर बैठे एक छात्र की तबीयत बिगड़ी, जानें क्या है मामला...

पढ़ें:महाराजा कॉलेज की जमीन अधिग्रहण फैसले के विरोध में ABVP और NSUI का प्रदर्शन, पुलिस ने 37 छात्रों को लिया हिरासत में

नतीजन सोमवार को भूख हड़ताल कर रहे एक छात्र नेता आलोक शर्मा की तबीयत बिगड़ गई और उसे एसएमएस अस्पताल ले जाया गया. अपनी ही सरकार के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई इकाई अध्यक्ष अमरदीप परिहार ने कहा कि जयपुर विकास प्राधिकरण जीएसएस और जमीन के लिए दूसरे ऑप्शन पर भी काम कर सकती है. लेकिन जेडीए के अधिकारी राज्य सरकार को गुमराह करने में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि महाविद्यालय एजुकेशनल प्लेस है, यहां की जमीन शिक्षा के क्षेत्र में ही काम आनी चाहिए. ये मामला छात्र हितों से जुड़ा हुआ है, इसलिए एनएसयूआई आंदोलन कर रही है.

पढ़ें:IPD Tower in SMS : महाराजा कॉलेज के गोखले हॉस्टल की जमीन अधिग्रहण को लेकर विरोध, आंदोलन की चेतावनी

वहीं, दिवंगत गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी बैंसला के पुत्र विजय बैंसला ने भी इस संबंध में टीट कर प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को टैग करते हुए लिखा कि वो खुद गोखले हॉस्टल से हैं और उन्हें ये जानकार अफसोस हुआ कि महाराज कॉलेज जो कि जयपुर की विरासत का महत्वपूर्ण ​अंग है. जब यहां अंडरग्राउंड मेट्रो बन सकती है, तो महाराजा कॉलेज की जमीन को क्यों नहीं बचाया जा सकता.

पढ़ें:Maharaja College Jaipur: ऐतिहासिक इमारत को संवरने का इंतजार, दरकती दीवारें बयां कर रही अनदेखी की दास्तां

आपको बता दें कि यूडीएच मंत्री ने इसे जनहित का मामला बताते हुए यूनिवर्सिटी कुलपति को एक बार फिर सिंडीकेट की बैठक बुलाकर विचार करने को कहा था. हालांकि मंत्री शांति धारीवाल का ये फैसला छात्रों को रास नहीं आया. ऐसे में अब विरोध और तेज हो गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details