जयपुर. करीब एक माह से लॉकडाउन के दौरान बीच राह में अटके दूसरे राज्यों के प्रवासी मजदूरों को बुधवार को अपने-अपने घरों के लिए रवाना किया गया. जयपुर से फिलहाल मध्य प्रदेश के करीब 160 मजदूरों को अलग-अलग शेल्टर होम से रोडवेज बसों के माध्यम से रवाना किया गया हैं.
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश सहित पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया था. लॉकडाउन में सैकड़ों मजदूर ऐसे थे जो पैदल ही अपने घर को पलायन कर गए थे. वहीं मजदूरों के इस तरह से पलायन करने पर प्रदेश सरकार ने शेल्टर होम बनाने का निर्णय लिया और इसके तहत जयपुर जिले में भी 9 शेल्टर होम बनाए गए.
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इन शेल्टर होम में प्रदेश सहित अलग-अलग राज्यों के मजदूरों को रुकवाया गया था. शेल्टर होम में कोरोना गाइडलाइन का भी पूरी तरह से पालन किया गया. ऐसे में बुधवार को सरकार की मंजूरी मिलने के बाद 160 मजदूरों को मध्यप्रदेश के लिए रवाना किया गया. अभी उत्तर प्रदेश सहित बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र राज्यों के मजदूर अपने घर जाने का इंतजार कर रहे हैं.
तहसीलदार लोकेंद्र मीणा ने बताया कि मजदूरों में पुरुषों सहित महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. रवाना होने से पहले सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग भी की गई. इन्हें सुबह का भोजन कराया गया और रास्ते के लिए भी भोजन और पानी की व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की गई.
लोकेंद्र मीणा ने बताया कि इन मजदूरों को घर भेजने के लिए रोडवेज की बसों की व्यवस्था की गई है और जयपुर के 9 शेल्टर होम से इन मजदूरों को मध्यप्रदेश के लिए रवाना किया गया हैं. मजदूरों को घर भेजने के लिए 3 रूट निर्धारित किए गए हैं. मजदूरों ने बताया कि अपने घर लौटने से वह काफी खुश हैं और इन शेल्टर होम में उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा.
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तहसीलदार लोकेंद्र मीणा ने बताया कि राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल हरमाड़ा से चार, पानी पेच वाटर वर्क्स स्कूल से 5, जन उपयोगी भवन आनंदम से पांच, खंडेलवाल वैश्य महासभा भवन से 51, गीता भवन आदर्श नगर से 12, आदर्श नगर स्थित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 31, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल गांधीनगर से एक, बालिका राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल मालवीय नगर से 27 और कमला देवी बुधिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 21 एमपी के मजदूरों को बुधवार को रवाना किया गया. बता दें कि इससे पहले शेल्टर होम में रह रहे प्रदेश भर के मजदूरों को जिला प्रशासन अपने-अपने घर भेज चुका है.