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लैब हेल्पर और वार्ड बॉय ने भर्ती की मांग को लेकर चिकित्सा मंत्री से लगाई गुहार - मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना

पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की निशुल्क जांच योजना में लैब हेल्पर, क्लीनर और वार्ड बॉय के 1848 पद सृजित किए गए थे, जिन्हें आज तक भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया है. इसको लेकर संविदा कर्मचारियों ने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को ज्ञापन सौंपा.

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Published : Sep 23, 2019, 8:07 PM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना में कार्यरत संविदा कर्मचारियों ने सोमवार को चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को लैब हेल्पर, क्लीनर और वार्ड बॉय की भर्ती को लेकर ज्ञापन दिया.

इस मौके पर अखिल राजस्थान लैब हेल्पर संविदा कर्मचारी संघ ने बताया कि वर्ष 2013 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निशुल्क जांच योजना शुरू की थी और इस दौरान लैब टेक्नीशियन और सहायक के 1593 और लैब हेल्पर क्लीनर और वार्ड बॉय के 1848 पद सृजित किए गए थे, लेकिन वर्ष 2014 में प्रदेश में सरकार बदली तो सरकार ने लैब टेक्नीशियन और सहायक की भर्ती प्रक्रिया तो शुरू कर दी लेकिन लैब हेल्पर क्लीनर और वार्ड बॉय की पोस्ट को समाप्त कर दिया.

भर्ती की मांग को लेकर चिकित्सा मंत्री से लगाई गुहार

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इसको लेकर कई बार संविदा पर कार्य कर रहे इन लोगों ने सरकार से गुहार लगाई लेकिन इसके बाद भी भर्ती प्रक्रिया को लेकर सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है. ऐसे में सोमवार को यह संविदा कर्मी चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के पास पहुंचे और अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन भी दिया. कर्मचारियों ने अभी बताया कि पिछले 20 वर्षों में लैब सहायक और वार्ड बॉय की वैकेंसी नहीं निकली है और इस बारे में कई बार प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी अवगत कराया गया है.

संविदा कर्मचारियों का यह भी कहना है कि पिछले 11 महीनों से लैब हेल्पर और वार्ड बॉय को वेतन भी नहीं मिला है जिसके बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया गया है लेकिन किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

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