कोटा.तौकते तूफान को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गया है. दूसरी तरफ कोविड-19 से बचाव के लिए महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा चल रहा है. ऐसे में किसी भी अस्पताल या ऑक्सीजन प्लांट पर बिजली की सप्लाई बाधित नहीं हो, इसका भी ध्यान जिला प्रशासन रख रहा है. जिला प्रशासन ने सभी बिजली प्लांटों और कोविड-19 अस्पतालों कि ऑडिट करवाई है. वहां पर जनरेटर की व्यवस्था है या नहीं. जिन जिन जगह पर भी जनरेटर लगे हुए हैं, उनका ट्रायल लिया गया है.
साथ ही ऑक्सीजन प्लांट संचालकों को निर्देशित किया है कि वह सभी जगह डीजी सेट लगा ले, अगर 1 से 2 घंटे बिजली आपूर्ति बाधित भी होती है, तो वह डीजी के जरिए बिजली की सप्लाई को चालू रखें. ताकि ऑक्सीजन का जनरेशन बंद नहीं हूं और अस्पतालों तक पूरी पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचती रहे. इसकी पूरी जिम्मेदारी कोटा शहर में तो कोटा इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड को सौंप दी है.
साथ ही ग्रामीण इलाके में जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को इसकी ऑडिट का जिम्मा सौंपा गया है. आज सभी जगह पर केईडीएल और जेवीवीएनएल की टीमें पहुंची और उन्होंने जनरेटर लगाकर ट्रायल भी सभी जगह लिया है. इस दौरान जिला प्रशासन की तरफ से लगाए गए नोडल ऑफिसर भी मौजूद रहे और उन्होंने भी पूरी व्यवस्थाओं को देखा है.