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किसान आंदोलन को मिला राजस्थान सिख बोर्ड का समर्थन

केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे किसानों के आंदोलन को राजस्थान सिख बोर्ड ने भी समर्थन दिया है. जयपुर के राजापार्क गोविंद मार्ग पर किसानों के आंदोलन के समर्थन में सिखों ने प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार से इन तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग की.

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Published : Dec 5, 2020, 4:00 AM IST

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किसान आंदोलन को मिला राजस्थान सिख बोर्ड का समर्थन

जयपुर. दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन को राजस्थान सिख बोर्ड ने भी समर्थन दिया है. जयपुर के राजापार्क गोविंद मार्ग पर किसानों के आंदोलन के समर्थन में केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान विरोधी कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. वहीं केंद्र सरकार से किसानों के हित के लिए उन तीनों काले कानून को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की मांग की गई.

राजस्थान सिख बोर्ड के इस प्रदर्शन में जयपुर हेरिटेज की महापौर मुनेश गुर्जर, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अर्चना शर्मा, पार्षद नीरज अग्रवाल सहित राजस्थान सिख बोर्ड के अध्यक्ष राजिंदर पाल सिंह सेठी, अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य सुभान खान सहित गुरुद्वारा यात्रा कमेटी के सदस्य मौजूद रहे.

जहां राजस्थान सिख बोर्ड के बैनरतले सभी ने राजापार्क गुरुद्वारे के बाहर सांकेतिक प्रदर्शन किया. सभी ने मास्क लगा और हाथों में जस्टिस फ़ॉर फार्मर्स की तख्तियां लेकर आवाज बुलंद की.

देशभर के कृषि संस्थानों की रैंकिंग में 29वें नंबर पर पहुंचा स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय

स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय ने देश भर के कृषि संस्थानों की वार्षिक रैंकिंग में 29वां स्थान हासिल किया है. पिछले वर्ष विश्वविद्यालय 57वीं रैंकिंग पर था. इस प्रकार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की ओर से इस वर्ष की रैंकिंग में एसकेआरएयू ने रैंकिंग में 28 स्थानों की बड़ी छलांग लगाई है.

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इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. आरपी सिंह ने कहा कि रैंकिंग सुधार उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता थी. सतत एवं सामूहिक प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल हो पाई है. उन्होंने बताया कि देशभर के 75 कृषि विश्वविद्यालयों, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालयों तथा राष्ट्रीय स्तर के कृषि संस्थानों द्वारा वर्ष भर किए गए कार्यों के आधार पर यह रैंकिंग तय की गई है.

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