जयपुर. राजस्थान में परीक्षा पेपर लीक के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे. अब राजस्थान कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर आउट होने का मामला सामने आया है, जिसके बाद भाजपा प्रदेश सरकार पर हमलावर है. वहीं, अब किरोड़ी लाल मीणा की भी इस मामले में एंट्री हो गई है. जयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान (Kirodi Lal on Paper Leak Case) मीणा ने कई गंभीर आरोप लगाए. भाजपा सांसद ने कहा कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का जो पेपर लीक हुआ उसे तो निरस्त कर दिया गया, लेकिन इसी परीक्षा के अन्य पेपर भी लीक हुए हैं.
मीणा ने इसके सबूत के तौर पर मोबाइल से कुछ स्क्रीनशॉट मीडिया में साझा की है, जिसमें इसके परीक्षा पेपर अलग-अलग मोबाइल व्हाट्सएप पर साझा किए गए थे. सांसद किरोड़ी मीणा ने कहा कि यह प्रदेश के 18 लाख नौजवानों के भविष्य का मामला है और यदि इसकी जांच एसओजी के भरोसे रही तो प्रकरण में लिप्त बड़े लोगों तक एसओजी हाथ नहीं डाल पाएगी. इसलिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Kirodi Lal Demanded CBI Inquiry in Paper Leak Cases) यदि अपनी और सरकार की प्रतिष्ठा बचाना चाहते हैं तो इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंप दें.
जिस एजेंसी ने पूर्व में 6 परीक्षा कराई और पेपर लीक हुए तो उस कंपनी को ही काम क्यों दिया :पिंक सिटी प्रेस क्लब में मीडिया से मुखातिब हुए सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने परीक्षा कराने का काम टीसीएस कंपनी को दिए जाने पर भी सवाल खड़े किए. सांसद ने कहा कि टीसीएस कंपनी को इससे पूर्व से परीक्षाएं कराने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन उनमें भी पेपर लीक हुए. बावजूद इसके, सरकार आखिर इसी एजेंसी को यह जिम्मेदारी क्यों दे रही है. मीणा ने कहा कि इसमें सरकार के कई बड़े नेता और मंत्री शामिल हैं, जिनके आर्थिक हित जुड़े हैं. इस दौरान मीणा ने कोटा से आने वाले एक मंत्री की ओर इशारा करते हुए कहा कि जल्द ही वे कुछ बड़े नामों का खुलासा करेंगे.