जयपुर. श्रावण का महीना शुरू होते ही छोटी काशी में बम-बम भोले और हर-हर महादेव के जयकारे गुंजायमान हो जाते हैं. सावन के महीने में गलताजी तीर्थ से कावड़ यात्राएं भी निकाली जाती हैं. इस बार गलताजी से हर-हर महादेव और बम-बम भोले के जयकारों के साथ निकलने वाली कावड़ यात्राओंं पर रोक रहेगी. कोरोना संक्रमण को देखते हुए गलताजी से कांवड़ यात्राएं नहीं निकाली जाएंगी.
सावन के महीने में गलताजी से निकलने वाली कावड़ यात्राओं पर रहेगी रोक गलताजी तीर्थ स्थान पर पुलिस के अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया है, ताकि किसी भी तरह से सावन के महीने में कांवड़ यात्रा और अन्य कई धार्मिक कार्यक्रम नहीं हो सके. गलता गेट थाना अधिकारी धर्मवीर सिंह ने बताया कि कोरोना संकट के चलते जयपुर शहर के सभी धार्मिक स्थल और मंदिर बंद हैं. इसी के तहत गलताजी में सावन के महीने में आने वाले श्रद्धालुओं और कांवड़ यात्राओं पर भी रोक लगाई गई है. कावड़ यात्रा के लिए किसी प्रकार की कोई परमिशन भी नहीं दी जाएगी. इसके लिए पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता भी तैनात किया गया है.
बता दें कि सावन के महीने में हर साल कावड़ यात्रा निकाली जाती थी. हजारों की संख्या में कांवड़िए गलताजी से कावड़ यात्रा लेकर विभिन्न मंदिरों में जाकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना करते थे, लेकिन इस बार कोरोना संकट के चलते धार्मिक कार्यक्रम भी बंद है.
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गलताजी एक बड़ा तीर्थ स्थल माना जाता है. दूर-दूर से कांवड़िए यहां पर कांवड़ लेने के लिए पहुंचते हैं. हजारों की संख्या में भोलेनाथ के भक्त नाचते-गाते और भोलेनाथ के जयकारे लगाते हुए कांवड़ यात्रा निकालते थे. गलताजी सावन के महीने में भक्तों से भरा रहता था. वहीं गलता कुंड में स्नान के लिए लोगों की भीड़ के चलते कोरोना का खतरा बन सकता है. इसी को देखते हुए प्रशासन ने इस बार कांवड़ यात्राओं पर भी रोक लगाई है, ताकि कोरोना का संक्रमण नहीं फैले.