राजस्थान

rajasthan

MP तो केवल झांकी है... राजस्थान में भी ढहेगा कांग्रेस का किला: कालीचरण सराफ

By

Published : Mar 11, 2020, 3:57 PM IST

Updated : Mar 11, 2020, 5:24 PM IST

मध्य प्रदेश में आए सियासी संकट के बाद अब राजस्थान में भी उलट फेर को लेकर राजस्थान भाजपा के नेताओं ने संकेत दिए हैं. बीजेपी नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि 'मध्यप्रदेश तो झांकी है राजस्थान अभी बाकी है'. वहीं, प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि राजस्थान में सचिन पायलट के साथ भी काफी नाइंसाफी हुई है.

MP की सियासत पर राजस्थान भाजपा नेताओं का बयान, Rajasthan BJP leaders' statement on MP's politics
MP की सियासत पर राजस्थान भाजपा नेताओं का बयान

जयपुर. मध्य प्रदेश में आए सियासी भूचाल के बाद अब राजस्थान भाजपा के नेता कुछ ऐसे ही राजनीतिक उठा पठक के संकेत दे रहे हैं. भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा है कि 'मध्यप्रदेश तो झांकी है राजस्थान अभी बाकी है'. यही नहीं सराफ ने तो यह तक कह दिया कि प्रदेश में 26 विधायक अभी भाजपा के संपर्क में है और 6 से 7 विधायक तोड़ कर यहां भी कांग्रेस का किला ढहा दिया जाएगा.

MP की सियासत पर राजस्थान भाजपा नेताओं का बयान

हालांकि ये विधायक कौन हैं इस पर सराफ ने अभी तक पर्दा डाला हुआ है. सराफ से जब इस बारे में पूछा गया तो वे बोले कि ये फिलहाल अंदर की बात है. कालीचरण सराफ के अनुसार ऑपरेशन मध्य प्रदेश एक बार पूरा हो जाने दीजिए.

पढ़ें-MP के बाद राजस्थान पर नजर: शाहनवाज हुसैन बोले- पायलट के साथ भी हो रहा सिंधिया जैसा व्यवहार

बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ तो खुलकर राजस्थान कांग्रेस विधायकों में तोड़फोड़ की बात कह रहे हैं. वहीं, प्रदेश भाजपा से जुड़े प्रवक्ता भी कुछ इसी ओर इशारा करते नजर आए. प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज और जितेंद्र श्रीमाली के अनुसार राजस्थान में भी मध्य प्रदेश जैसे ही हालात है और राजस्थान में सचिन पायलट के साथ भी काफी नाइंसाफी हुई है.भारद्वाज ने ये तक कह दिया कि मध्य प्रदेश के कांग्रेसी विधायक तो राजस्थान में लाए जा रहे हैं. लेकिन गहलोत साहब राजस्थान के कांग्रेसी विधायकों को कहां लेकर जाएंगे.

बहरहाल पिछले विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की तुलना में भाजपा को महज 7 सीटें कम मिली. लेकिन राजस्थान में फिलहाल भाजपा विधायकों की संख्या कांग्रेस की तुलना में महज 72 ही है और आरएलपी के 3 विधायकों के समर्थन के बाद यह संख्या 75 तक ही पहुंच पाती है. मतलब साफ है 200 सीटों वाली राजस्थान विधानसभा में बहुमत के नजदीक पहुंचने में भाजपा को काफी मशक्कत करना होगी या फिर कहे कि भाजपा नेताओं के दावे फिलहाल हकीकत से काफी दूर है.

Last Updated : Mar 11, 2020, 5:24 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details