जयपुर. राजधानी के जोहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद में 160 साल में ऐसा पहली बार हुआ जब यहां पर सामूहिक रूप से कोई नमाज अदा नहीं की गई, जब से जामा मस्जिद का निर्माण करवाया गया है, तब से आज पहली बार ऐसा मौका था जब 5 लोगों ने ही मस्जिद में विशेष नमाज अदा की.
जुमातुल विदा की सामूहिक नमाज अदा नहीं हुई बत दें, कि इन पांच लोगों को सरकार की एडवाइजरी के मुताबिक रखा गया है, उन्हीं लोगों ने यहां पर यह विशेष नमाज अदा की. इस नमाज के बाद कोरोना वायरस जैसी बीमारी से आजादी के लिए दुआ की गई. किसी तरह से कोई असामाजिक तत्व माहौल खराब करने की कोशिश नहीं करें इसके लिए तमाम मस्जिदों और जामा मस्जिद के बाहर पुलिस का सख्त पहरा भी था, जो लोग नमाज पढ़ने के लिए मस्जिदों की तरफ आ रहे थे, पुलिस ने उन्हें समझाइश कर घर वापस भेज दिया.
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बता दें, कि जुमातुल-विदा को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं की ओर से ही अपील की गई थी, कि सभी लोग अपने-अपने घरों पर ही जुमातुल विदा की नमाज जैसे आम नमाजों को पढ़ रहे हैं उसी तरीके से अदा करें. इससे पहले सुबह लोगों ने 28वें रोजे की सेहरी की और शाम को इफ्तार के वक्त यह रोजा खोला जाएगा.
जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती अमजद ने कहा कि, लॉकडाउन में सरकार की जो एडवाइजरी थी उसके अनुसार 5 लोगों ने ही विशेष नमाज पढ़ी. मुफ्ती अमजद ने कहा, कि जिस तरह से सरकार ने दुकानें और बाजार खोल दिए हैं. उसी तरह से धार्मिक स्थल भी खोले जाएं. यदि सभी लोग मिलकर दुआ करेंगे तो पूरा देश और दुनिया इस बीमारी से महफूज रहेगी.