जयपुर. आदतन दुष्कर्मी सिकंदर उर्फ जीवाणु पिछले साल तब सुर्खियों में आया था, जब राजधानी जयपुर के शास्त्रीनगर इलाके में नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की खबर सामने आई. वारदात को जिस अपराधी ने अंजाम दिया था उसके नाम का जिक्र आते ही पुलिस भी सकते में आ गई. ये बदमाश था सिकंदर उर्फ जीवाणु. अपराध के बाद भी जीवाणु को किसी तरफ का अफसोस नहीं था. उसने 4 से 7 साल के मासूम बच्चों के साथ दुष्कर्म की कई वारदातों को अंजाम दिया था.
सीरियल रेपिस्ट सिकंदर उर्फ जीवाणु को आजीवन कारावास की सजा सुना दी गई है. पुलिस ने महज 23 दिन में चालान पेश कर इस मामले में तत्परता दिखाई. 36 गवाहों के बयान होने के बाद डेढ़ साल में ही फैसले का आना न्याय व्यवस्था में नया विश्वास पैदा करता है. सीरियल रेपिस्ट जीवाणु शास्त्री नगर और भट्टा बस्ती इलाके में मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने के बाद कोटा भाग गया था.
पुलिस कमिश्नरेट की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर 23 दिन में जांच पूरी करके कोर्ट में चालान पेश कर दिया था. जिसके बाद कोर्ट ने शुक्रवार को आजीवन कारावास और 11 हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई गई. पुलिस के मुताबिक पुलिस और अभियोजन के समन्वय से सीरियल रेपिस्ट सिकंदर उर्फ जीवाणु को शेष जीवन आजीवन कारावास में बिताना पड़ेगा.
आरोपी ने 4 साल और 7 साल की मासूम बच्चों के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. घटना को लेकर लोगों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग लेकर प्रदर्शन भी किए. जिससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की भी स्थिति उत्पन्न हो गई थी. पुलिस ने स्पेशल टीमों का गठन कर आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. दिन रात मेहनत कर पुलिस ने कोटा शहर से आरोपी को गिरफ्तार किया.