जयपुर. प्रदेश में पिछले सोमवार से चल रहा बिजली कंपनियों के कनिष्ठ अभियंताओं का कार्य बहिष्कार और महापड़ाव समाप्त हो गया है. गुरुवार देर शाम ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी के साथ आंदोलनरत अभियंताओं की वार्ता में बनी सहमति के बाद इसका एलान किया गया. ऊर्जा मंत्री ने आंदोलनकारी अभियंताओं को अगले 3 माह में वेतन विसंगतियां दूर करने का आश्वासन दिया (JEN salary issues solution in 3 months) है.
विद्युत भवन में ऊर्जा मंत्री के साथ पावर इंजीनियर एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के प्रतिनिधियों की हुई बैठक में कनिष्ठ अभियंताओं की वेतन विसंगतियों से जुड़े हुए तथ्यों को वित्त विभाग के समक्ष विस्तृत रूप रखने और विसंगति दूर करने से जुड़ी लंबित मांग को समयबद्ध तरीके से निस्तारित करने के लिए पुरजोर पैरवी करने के बात भी मंत्री ने कही. ऊर्जा मंत्री ने यह भी कहा कि यह मामला वित्त विभाग से जुड़ा है. इसलिए कम से कम 3 महीने का समय तो इस समस्या के समाधान में लगेगा ही. मंत्री ने कहा कि कनिष्ठ अभियंताओं की लंबित मांगों को पूरा कराने के लिए जो भी प्रयास किए जाएंगे, उनकी साप्ताहिक रूप से समीक्षा की जाएगी. हालांकि वार्ता में जिन मुद्दों पर सहमति बनी, उसके लिखित में मिनट जारी करने के बाद ही सहायक अभियंताओं ने कार्य बहिष्कार वापस लेने और महापड़ाव समाप्त करने का एलान किया.