राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

जयपुर: बीसलपुर पाइप लाइन बिछाने के लिए जेडीए ने पीएचईडी को 7 जगह दी जमीन, 19 जगह और चिन्हित

बीसलपुर से पृथ्वीराज नगर में पेयजल आपूर्ति के लिए बने प्रोजेक्ट का काम शुरू हो गया है. जेडीए द्वारा 7 जगह दी गई जमीन पर पीएचईडी द्वारा पेयजल लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है, जबकि जेडीए और पीएचईडी के अधिकारियों ने मिलकर 19 जगह और चिन्हित की है, जिनका जल्द अलॉटमेंट कर दिया जाएगा.

By

Published : Oct 12, 2020, 4:43 AM IST

Jaipur news, Bisalpur pipeline
बीसलपुर पाइप लाइन बिछाने के लिए जेडीए ने पीएचईडी को 7 जगह दी जमीन

जयपुर.बीसलपुर से पृथ्वीराज नगर में पेयजल आपूर्ति के लिए बने प्रोजेक्ट का काम शुरू हो गया है. यहां जेडीए द्वारा 7 जगह दी गई जमीन पर पीएचईडी द्वारा पेयजल लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है, जबकि जेडीए और पीएचईडी के अधिकारियों ने मिलकर 19 जगह और चिन्हित की है, जिनका जल्द अलॉटमेंट कर दिया जाएगा. पृथ्वीराज नगर में बरसों से बीसलपुर से पानी मिलने की आस लगाए बैठे लाखों लोगों की उम्मीद अब जल्द पूरी होगी. जलदाय विभाग बीसलपुर से जेडीए अवाप्त पृथ्वीराज नगर में सर्वे और डिजाइन का काम कर रहा है.

बीसलपुर पाइप लाइन बिछाने के लिए जेडीए ने पीएचईडी को 7 जगह दी जमीन

लक्ष्य है कि अक्टूबर 2022 यानी अगले 2 साल में बीसलपुर से जयपुर को अतिरिक्त 170 एमएलडी पानी पहुंचे. पहले चरण में पृथ्वीराज नगर की करीब ढाई लाख आबादी को पेयजल उपलब्ध कराने की योजना है. जिसके लिए जेडीए द्वारा पीएचईडी को 7 जगह जमीन उपलब्ध कराई गई है. इस संबंध में जेडीसी गौरव गोयल ने बताया कि
पीएचईडी का पृथ्वीराज नगर में बीसलपुर के पानी को सप्लाई करने का प्रोजेक्ट है. ये प्रोजेक्ट तकरीबन 500 करोड़ का है, जिसमें पृथ्वीराज नगर और आसपास के क्षेत्र को बीसलपुर का पानी पहुंचाने के लिए पीएचईडी द्वारा पाइप लाइन बिछाई जानी है.

यह भी पढ़ें-चूरू में गर्भवती महिला की मौत के बाद उग्र प्रदर्शन, पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल

यहां पीएचईडी को ओवरहेड रिजर्व वायर्स बनाने के लिए जमीन की जरूरत है. इसके मद्देनजर जेडीए प्रशासन द्वारा 7 जगहों पर जमीन उपलब्ध कराई गई है और 19 जगह पीएचईडी के अधिकारियों के साथ चिन्हित कर फाइनल की जा चुकी है, जिसके लिए 15 दिन का नोटिस पीरियड के बाद लैंड अलॉटमेंट कर दिया जाएगा. बता दें कि पृथ्वीराज नगर में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. कहीं बिजली कनेक्शन नहीं है, तो कहीं पेयजल की किल्लत है. पेयजल के लिए लोगों को टैंकर मंगाकर अपनी जरूरतों को पूरा करना पड़ता है. इस पेयजल प्रोजेक्ट के पूरा होने पर यहां रह रही आबादी को काफी सहूलियत होगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details