जयपुर.शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली लो-फ्लोर बसों के पहिये थम गए हैं. जेसीटीएसएल एंप्लाइज यूनियन अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. जिससे जयपुर शहर में 250 शहरी परिवहन लो-फ्लोर बसों का संचालन बंद हो गया है. जेसीटीएसएल एंप्लाइज यूनियन के बैनर तले करीब 1140 कर्मचारी आज से हड़ताल पर हैं.
थम गई जयपुर शहर की लाइफलाइन, 9 सूत्रीय मांगों को लेकर 1140 कर्मचारी हड़ताल पर
अगले दो दिन अगर आप जयपुर शहर में घूमने या किसी काम से बाहर निकलते हैं तो आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल 21 और 22 अक्टूबर को लो-फ्लोर बसें बंद हैं. इसका कारण है कि जेसीटीएसएल के 1140 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं.
जेसीटीएसएल कर्मचारी लंबे समय से अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. जयपुर शहर में जेसीटीएसएल के तीनों डिपो में एक भी बस का संचालन नहीं हुआ है. दरअसल कर्मचारियों की मांग है कि सातवें वेतनमान को लागू किया जाए, बकाया बोनस और एरियर का भुगतान किया जाए, मुख्यालय में लगे परिचालकों से पदअनुरूप कार्य करवाए जाएं, इसके साथ ही नई भर्ती समेत 9 सूत्रीय मांगे हैं. जिन्हें लेकर कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है.
कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए जेसीटीएसएल प्रबंधन ने अनुपस्थित होने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए हैं. जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के आदेश के मुताबिक 21 अक्टूबर और 22 अक्टूबर को प्रस्तावित हड़ताल के दौरान वाहन संचालन पर नजर रखते हुए बस चालक-परिचालकों की ड्यूटी सुनिश्चित की गई है. अगर कोई भी कर्मचारी अनुपस्थित पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही दो दिन जेसीटीएसएल कर्मचारियों को अवकाश भी नहीं दिया जाएगा.
वहीं, जेसीटीएसएल प्रशासन की ओर से कार्रवाई के आदेश देने के बाद कर्मचारियों में भारी आक्रोश है. जेसीटीएसएल कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष विपिन चौधरी के मुताबिक यूनियन की ओर से 4 अक्टूबर को ही 9 सूत्रीय मांगपत्र देकर हड़ताल का आह्वान किया गया था. लेकिन जेसीटीएसएल प्रबंधन औद्योगिक शांति बनाए रखने और कर्मचारियों से मांगों को लेकर बातचीत कर सकारात्मक समाधान निकालने की बजाय दमनकारी नीति अपना रहा है. जिससे कर्मचारियों में आक्रोश है. बता दें कि हड़ताल से 1 दिन पहले ही जेसीटीएसएल प्रबंधन ने दमनकारी आदेश जारी कर दिया है.