जयपुर.प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही गहलोत सरकार द्वारा बनाए गए जनाधार कार्ड को केंद्रीय आधार प्राधिकरण ने पहचान कार्ड के तौर पर मान्यता दे दी है. सरकार द्वारा भामाशाह कार्ड की जगह लाए गए जन आधार कार्ड को केंद्रीय आधार प्राधिकरण ने पहचान-पत्र और परिवार से संबंध स्थापित करने वाले दस्तावेज के तौर पर इसे मान्यता प्रदान की है.
आपको बता दें कि इसके लिए प्रदेश की गहलोत सरकार ने केंद्रीय आधार प्राधिकरण को पत्र लिखा था. सरकार ने जन आधार कार्ड को पहचान के तौर पर मान्यता दिलाने का अनुरोध किया था.
एक अप्रैल से लागू हुआ है जन आधार कार्ड
गहलोत सरकार ने वसुंधरा सरकार के भामाशाह कार्ड के स्थान पर जन आधार कार्ड लागू कर दिया था. गहलोत कैबिनेट की पहली मीटिंग में इसे मंजूरी भी प्रदान कर दी गई थी. भामाशाह कार्ड की तरह यह कार्ड भी महिला के नाम से बना है. अगर किसी परिवार में महिला नहीं है तो पुरुष के नाम से भी जन आधार कार्ड बनाया जा सकता है. इस कार्ड में परिवार के सभी सदस्यों को जोड़ा गया है. जन आधार कार्ड में 10 अंक का पंजीयन नंबर दिया गया है.