जयपुर.भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया,सांसद दीया कुमारी और प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने मटके से पानी पीने की सजा के तौर पर दलित छात्र को मिली मौत को (Jalore Dalit Student Death Case) मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया. इसके साथ ही दोनों ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया है. देर रात ट्वीट कर सांसद ने जहां जातिगत भेदभाव को शर्मनाक करार दिया है और सीएम से चुभता हुआ सवाल भी पूछा है.
सतीश पूनिया का ट्वीट:भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने देर रात इस मामले में ट्वीट किया. उनके निशाने पर भी प्रदेश सरकार रही. उन्होंने बच्चे की मौत को कष्टदायी बताया और अफसोस जताते हुए लिखा कि जालोर के 9 वर्ष के विद्यार्थी इंद्र मेघवाल की ऐसी क्या गलती थी कि उसे पीटकर गहरे जख्म दिए गए, जिससे उसकी मौत हो गई. इसका जिम्मेदार कौन है ?
घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने की जरूरत- भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने भी जालोर के सुराणा की घटना के मामले में एक पत्र लिखा है. तरुण चुग ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय सांपला को पत्र लिखते हुए जालोर के निजी स्कूल में शिक्षक की मारपीट से दलित छात्र की मौत के मामले को दुखद और कष्टनीय बताया. उन्होंने कहा कि शिक्षक की ओर से दलित छात्र की पिटाई हुई, जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं. उन्होंने विजय सांपला से मांग की कि जल्द से जल्द पीड़ित दलित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए कमीशन की एक टीम का गठन किया जाए और आरोपी शिक्षक के खिलाफ एससी एक्ट और हत्या की धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई को सुनिश्चित किया जाए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके.
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क्या लिखा है दीया कुमारी ने?: दीया कुमारी ने इस मामले में देर रात ट्वीट कर लिखा (Diya Kumari On Jalore Student Death) कि कांग्रेस राज्य में शिक्षा का मंदिर ही जातिगत भेदभाव और अत्याचार का केंद्र बन गया है. यही कारण है कि राजस्थान के जालौर जिले में शिक्षक ने एक मासूम बच्चे को पानी पीने की सजा मौत के रूप में दी. दीया कुमारी ने कहा प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है लेकिन सरकार इस गंभीर मामले पर आखिर कब संज्ञान लेगी. दीया कुमारी ने मुख्यमंत्री से यह भी पूछा कि आखिर कब तक मानवता को शर्मसार करने वाली इस तरह की घटनाएं घटती रहेंगी.
'घटना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय': प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ (Rajendra Rathore Tweets On Jalore Student ) ने भी इस मामले में देर रात एक ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. राठौड़ ने लिखा शिक्षक द्वारा मां सरस्वती के पवित्र प्रांगण में छात्र की पिटाई से मौत होने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. प्रदेश में कभी स्कूल में छात्रा से रेप तो कभी विद्यार्थी के साथ मारपीट होना विद्यार्थियों की सुरक्षा पर सवालिया निशान है. राठौड़ ने संबंधित शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की.
गौरतलब है कि राजस्थान के जालोर में संकीर्ण मानसिकता से ग्रसित अध्यापक ने मटके से पानी पीने पर कक्षा तीसरी के दलित छात्र की इतनी बर्बरता से पीटा की इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना जालोर के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव की है. एक निजी स्कूल में गत 20 जुलाई को तीसरी कक्षा के दलित छात्र के मटके से पानी पीने से नाराज शिक्षक ने इतनी पिटाई की कि वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. उसके कान और आंख में अंदरूनी चोटें आईं. छात्र को इलाज के लिए अहमदाबाद ले जाया गया. जहां 13 अगस्त को उसकी मौत हो गई. परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपी शिक्षक को डिटेन कर लिया गया है.