जयपुर.कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर राज्य सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है. साथ ही इस वायरस के संक्रमण को रोकने को लेकर हर संभव प्रयास भी किया जा रहा है. इस दौरान गुरुवार को एक लापरवाही भी देखने को मिली. यह लापरवाही खुद जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर जोगाराम ने पकड़ी.
होम क्वॉरेंटाइन किए गए यात्रियों को कलेक्टर ने पकड़ा दरअसल, शहर में धारा 144 और लॉक डाउन का जायजा लेते समय जिला कलेक्टर जोगाराम ने 200 फीट बाईपास अजमेर रोड पर होम क्वॉरेंटाइन किए गए यात्रियों को पकड़ा. इसके बाद मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और उन्हें आरयूएचएस ले कर चली गई.
आटा खत्म हो गया, आगे से नहीं हो रही सप्लाई...
लॉक डाउन के दौरान कालाबजारी और जरूरतमंदों तक खाना नहीं पहुंचने की शिकायत पर कलेक्टर अचानक शहर के दौरे के लिए निकल पड़े. सबसे पहले कलेक्टर जोगाराम खातीपुरा स्थित एक किराने की दुकान पर पहुंचे, यहां उन्होंने आटे की जानकारी ली. इस पर दुकानदार बोला कि आटा खत्म हो गया है और आगे से सप्लाई नहीं हो पा रही है. इस पर कलेक्टर ने कहा कि उन्होंने आज ही फूड सप्लाई वालों से मीटिंग की है, अब इस तरह की दिक्कत नहीं होगी. इस दौरान एडीएम द्वितीय पुरुषोत्तम शर्मा ने सप्लाई वाले को फोन कर दुकानदार की समस्या का समाधान किया.
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खानाबदोशों ने कहा- मिल रहा है खाना...
इसके बाद खातीपुरा से जिला कलेक्टर झारखंड मोड़ पर पहुंचे, यहां कुछ खानाबदोश लोग रहते है. कलेक्टर ने उनसे पूछा कि आपके पास खाना समय पर पहुंच रहा है या नहीं. इस पर वहां रहने वाले लोगों ने कहा कि खाना समय पर पहुंच रहा है, इन खानाबदोश लोगों के पास खाना बनाने का साधन भी था. इस पर जिला कलेक्टर ने कहा कि इन लोगों को सूखा राशन का सामान दे दिया जाए, ताकि यह अपना खाना खुद बना कर खा सकें और इसके लिए खानाबदोश लोगों ने हां कर दी.
परिवारों को सूखा राशन देने के लिए किया निर्देशित...
यहां से होकर जिला कलेक्टर गांधी पथ वैशाली नगर पहुंचे, यहां सड़क के किनारे कुछ परिवार रह रहे थे, जिनसे जिला कलेक्टर ने उनसे पूछा कि उन्होंने कहा कि खाना मिल रहा है या नहीं. इस पर उन परिवारों ने कहा कि खाना तो मिल रहा है. साथ ही उन्होंने शिकायत की कि इससे पहले सामान खरीदकर खाना बनाते थे, लेकिन अब बाजार बंद होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके बाद कलेक्टर ने उन लोगों को भी सूखा राशन का सामान देने के निर्देश दिए, ताकि वे लोग भी अपना खाना खुद बना सके.
उदयपुर से ट्रक में बैठकर जयपुर पहुंचे होम क्वॉरेंटाइन लोग...
इसके बाद जिला कलेक्टर अजमेर रोड पर 200 फीट बाईपास पर पहुंचे यहां कुछ युवक पैदल ही जा रहे थे. इस पर जिला कलेक्टर ने उन्हें रोककर पूरी जानकारी ली. इसी दौरान उनके हाथों पर होम क्वॉरेंटाइन की मुहर भी लगी हुई थी. जैसे ही कलेक्टर ने उनके हाथों पर होम क्वॉरेंटाइन की मुहर देखी और वे दंग रह गए. इस मामले को लेकर कलेक्टर ने नाराजगी भी जताई और तुरंत सीएमएचओ को मेडिकल टीम भेजने के निर्देश दिए. यह सभी यात्री ट्रक में बैठकर उदयपुर से जयपुर पहुंचे थे, उदयपुर में ही इन लोगों को जांच के बाद होम क्वारेंटाइन की मुहर लगाई गई थी.
कलेक्टर ने कहा है कि इन सभी यात्रियों को आरयूएचएस भेजा गया है और उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी. इसके बाद कलेक्टर जेके लोन अस्पताल के बाहर लगे रैन बसेरे में पहुंचे और वहां खाने के बारे में जानकारी ली. वहां मौजूद लोगों ने कहा कि दोनों समय का खाना उन्हें समय पर मिल रहा है. इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर द्वितीय पुरुषोत्तम शर्मा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ अशोक कुमार, दो प्रशिक्षु आईएएस साथ रहे.