जयपुर.राजधानी के जवाहर कला केन्द्र में चल रहे तीन दिवसीय ‘विविधा‘ का रविवार को ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ प्रस्तुति के साथ समापन हुआ. जिसमें निश एंटरटेनमेंट के मिलिंद ओक की संकल्पना और निर्देशन पर आधारित इस प्रस्तुति को स्क्रीन और मंच पर लाईव परफोरमेंस को रियलिस्टिक तरीके से पेश किया गया. जहां सभी दर्शकों को लगा मानो वे स्वयं ‘श्वेत एवं श्याम‘ फिल्मों के युग में पहुंच गए.
वहीं भारत में फिल्मों निर्माण प्रक्रिया के आरम्भ से लेकर रंगीन फिल्मों के निर्माण तक की दास्तां बड़े ही रोचक ढंग से पेश की गई. बीते दौर के प्रसिद्ध गानों को मंच पर उसी परिवेश और वेशभूषा में अभिनीत किया गया, तो सभी दर्शक झुमने और गुनगुनाने लगे. कार्यक्रम के दौरान ‘‘अजीब दास्तां हैं ये, मैं नदियां फिर भी प्यासी, आवारा हूं या गर्दिश में हूं, हाल कैसा है जनाब का, जा जा बेवफा कैसा प्यार कैसी प्रीत रे, वक्त ने किया क्या हसीं सितम, हम हैं राही प्यार के हम से कुछ ना बोलिए, आदि गानों की बानगी पेश की गई. फिल्मों की इस जर्नी में बॉलीवुड फिल्मों के लैण्डमार्क माने जाने वाले अभिनेताओं और निर्देशकों को भी शामिल किया गया.