जयपुर. मां शक्ति की आराधना के नौ दिन रविवार से शुरू होने जा रहे हैं.नवरात्री के पहले दिन यानी प्रिय शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा पालकी में बैठकर घर आएंगी. वहीं आमेर स्थित शिलामाता मंदिर सहित अन्य मंदिरों और घर-घर में घटस्थापना की जाएगी.
आमेर शिला माता मंदिर में सुबह 6:25 बजे होगी घटस्थापना शास्त्रों के अनुसार नवरात्रा स्थापना प्रातकाल में ही की जाती है. आमेर शिला माता मंदिर में 29 सितंबर को रविवार सुबह 6.25 बजे शुभ मुहूर्त में घट स्थापना की जाएगी और दर्शनार्थियों के लिए मंदिर के पट सुबह 7.25 बजे से खुलेंगे. इसके बाद दोपहर 12.30 से शाम 4 बजे तक दर्शनों के लिए मंदिर के पट बंद रहेंगे. शाम 4 से रात्रि 8.30 बजे तक दर्शन खुले रहेंगे. दूसरे नवरात्रे से आखिरी नवरात्रे तक दर्शनार्थियों का समय प्रतिदिन सुबह 6 बजे से 12:30 बजे तक और शाम 4 बजे से 8:30 बजे तक रहेगा.
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आमेर शिला माता मंदिर में नवरात्री के दौरान 10 महाविद्याओं और 9 दुर्गाओं की प्रतिदिन पूजा की जाती है. प्रथम नवरात्र और द्वितीय नवरात्र के दिन माँ शैलपुत्री, दूसरे नवरात्र को माता ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाएगी, तीसरे नवरात्र को चंद्रघंटा माता, चौथे नवरात्रा को माता कुशमांडा, पांचवें नवरात्रा को स्कंधमाता, छठे नवरात्र को कात्यायनी माता, सातवें नवरात्र को कालरात्रि माता, आठवें नवरात्रे को महागौरी माता, नौवीं और आखरी नवरात्री को सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाएगी. नवरात्री में प्रतिदिन दुर्गा सप्तमी का पाठ और हवन किया जाएगा. साथ ही कन्या पूजन भी की जाएगी और माता रानी का विशेष श्रंगार कर फूल बंगला की झांकी भी सजाई जाएगी.
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आमेर महल में शिला माता मेले की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन की ओर से तैयारिया पूरी कर ली गई है. नगर निगम की ओर से बैरिकेट्स और टेंट लगाये गए हैं. श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए बास लगाये गए हैं. जिससे श्रद्धालुओं को माता के दर्शन करने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. महल प्रशासन की ओर से अतिरिक्त होम गार्ड लगाए जाएंगे. मेले के दौरान महल में नाईट टूरिज्म और हाथी सवारी बंद रहेगी, साथ में महल में एम्बुलेंस, चिकित्सा, पानी, फायर ब्रिगेड, और बिजली की भी व्यवस्थाए की गई है.
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आमेर महल अधीक्षक पंकज धरेंद्र ने बताया कि आमेर महल स्थित शिलामाता मंदिर में शारदीय नवरात्री मेले को लेकर महल प्रशासन की ओर से पर्यटकों की व्यवस्थाओं में बदलाव किए गए हैं. पर्यटको के आवागमन के लिए अलग व्यवस्थाएं की गई है. नवरात्री मेले में दर्शनार्थियों की भीड़ को देखते हुए पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए रात्रिकालीन पर्यटन और हाथी सवारी 28 सितंबर से 8 अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए पूर्णतया बंद रहेगी.
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29 सितंबर से 7 अक्टूबर तक के लिए पर्यटकों के लिए दो स्थानों पर महल प्रवेश के लिए बुकिंग व्यवस्था सिंहपोल और त्रिपोलिया गेट पर की गई है. पर्यटकों के निकासी के लिए भी त्रिपोलिया गेट से ही की गई है, ताकि दर्शनार्थियों और पर्यटकों के लिए कोई परेशानी नहीं हो. बता दें कि नवरात्री मेले के दौरान सीसीटीवी कैमरे से भी नजर रखी जाएगी. जिससे पर्यटकों और दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो सके.