जयपुर. 13 मई 2008 का वह भयावह मंजर, जब एक के बाद एक 8 सीरियल बम ब्लास्ट से राजधानी जयपुर दहल उठी थी. उसी में से एक जगह जौहरी बाजार स्थित नेशनल हैंडलूम भी है. नेशनल हैंडलूम पर हुए ब्लास्ट में एक साथ 9 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी, तो 19 लोग घायल भी हुए थे. इसी बम धमाकों को लेकर अब बुधवार यानी 18 दिसंबर को फैसला आना है, जिसको लेकर पीड़ितों का कहना है कि उन आतंवादियों को फांसी की सजा ही होनी चाहिए.
जयपुर सीरियल बम ब्लास्ट पीड़ितों ने की फांसी की मांग पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: जयपुर सीरियल बम ब्लास्ट में अबतक हुई जांच पर एक नजर
आपको बता दें कि जौहरी बाजार स्थित नेशनल हैंडलूम यह एक भीड़ भाड़ वाला इलाका है . यहां पर शॉपिंग सेंटर होने की वजह से भी ही लोगों की आवाजाही लगातार बनी रहती है और इसी के चलते आतंकवादियों ने इस इलाके को अपना टारगेट बनाया था. जिसके बाद बम ब्लास्ट करने वाले आतंकवादियों को पुलिस की ओर से गिरफ्तार भी कर लिया गया. अब करीब 11 साल बाद उस केस को लेकर फैसला भी आने वाला है.
वहीं बम ब्लास्ट में घायल हुए विनोद सिंह ने बताया कि वह एक ऐसा भयानक मंजर था, जिसमें एक पल में सब कुछ खत्म सा हो गया. विनोद सिंह उस बम ब्लास्ट में घायल हुए थे. जिसके चलते उनका एक पैर खराब हो गया था. इलाज के लिए विनोद सिंह 48 दिन अस्पताल में भर्ती रहे. वहीं ईटीवी भारत से विनोद सिंह ने उस दिन की घटना का जिक्र करते हुए आतंकियों के लिए मौत की सजा की बात कही.
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दरअसल, जयपुर बम ब्लास्ट के फैसले की घड़ी के नजदीक आते ही ईटीवी भारत नेशनल हैंडलूम पर हुए बम ब्लास्ट की जगह पर गए और लोगों से उनकी इस फैसले को लेकर क्या उम्मीदें है उनको जानने की कोशिश की. इस दौरान सामने आया कि आज भी उस सीरियल बम ब्लास्ट को लेकर लोगों के घाव हरे हैं. उस बम ब्लास्ट में किसी ने अपना बेटा, तो किसी ने पति तो ,किसी ने अपना भाई खोया था.