राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

फीस जमा नहीं कराई तो 40 छात्रों को लाइब्रेरी में किया बंद - ETV Bharat Rajasthan News

जयपुर के सुबोध स्कूल में मंगलवार को बच्चों को लाइब्रेरी में बंद करने को लेकर अभिभावकों ने जमकर (Jaipur school locks up students in Library) हंगामा किया. आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने करीब 40 से ज्यादा बच्चों को फीस नहीं जमा करने के कारण स्कूल समय के दौरान लाइब्रेरी में बंद रखा. दूसरी तरफ स्कूल प्रशासन ने इन सभी आरोपों को नकार दिया है.

Students Locked in School Library
फीस जमा नहीं कराई तो 40 छात्रों को लाइब्रेरी में किया बंद

By

Published : Sep 6, 2022, 6:16 PM IST

Updated : Sep 6, 2022, 6:30 PM IST

जयपुर.राजधानी जयपुर के सुबोध स्कूल में फीस नहीं देने पर विद्यार्थियों को लाइब्रेरी में बंद करने का मामला सामने आया है. लाइब्रेरी में (Jaipur school locks up students over fee) बंद बच्चों ने आरोप लगाते हुए कहा कि फर्स्ट पीरियड खत्म होने के बाद उन्हें स्कूल की लाइब्रेरी में बंद कर दिया गया. पूरे स्कूल के समय उन्हें न तो खाना खाने दिया और न ही वॉश रूम में जाने दिया. करीब 4 घंटे तक लाइब्रेरी में बंद करके रखा गया.

अभिभावकों ने बताया कि स्कूल से किसी का कॉल आया कि बच्चों को लाइब्रेरी में बंद कर (Ruckus in Jaipur Subodh School) दिया गया है. बच्चों को डराया जा रहा है. स्कूल प्रशासन की ओर से फीस जमा नहीं होने की वजह से बच्चों को परेशान किया जा रहा है. बीते 2 सालों की फीस दी गई है. बस पिछले 6 महीनों की फीस ही बकाया है. उन्होंने कहा कि फीस को लेकर लम्बे समय से परेशान किया जा रहा है. अभी तक बच्चों को रिजल्ट भी नहीं दिया गया.

फीस जमा नहीं कराई तो 40 छात्रों को लाइब्रेरी में किया बंद

पढ़ें. उदयपुर में निजी स्कूल की मनमानी, बच्चों के फीस नहीं जमा करने पर स्कूल हॉल में किया बंद

प्रिंसिपल ने आरोपों को बताया झूठा: वहीं सुबोध स्कूल प्रिंसिपल कमलजीत यादव ने अभिभावकों की ओर से लगाए (Jaipur school locks up students in Library) गए आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि कुछ परिजन हैं जो दूसरे परिजनों को भड़काते हैं. 40 फीसदी फीस देने की अफवाह फैलाई जा रही है. कुछ बच्चों की फीस तो दो सालों से जमा नहीं हुई है. स्टाफ को भी बदनाम करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि स्कूल का पूरा सिस्टम ऑनलाइन है. लेकिन बच्चों को लाइब्रेरी में बंद करने की बात पूरी तरह से झूठी है. ये एक प्राइवेट संस्थान है. फीस नहीं देंगे तो कैसे काम चलेगा. स्कूल प्रशासन ने दावा किया है कि पहले मेल और डाक से चिट्ठी भेजकर फीस जमा कराने के लिए भी कहा गया था. लेकिन कुछ चुनिंदा अभिभावक विद्यालय की इमेज को खराब करने के लिए हंगामा कर रहे हैं.

Last Updated : Sep 6, 2022, 6:30 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details