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Exclusive: Corona को हराने के लिए किस तरह से काम कर रहा Jaipur Police War Room

जयपुर पुलिस कोरोना से जंग लड़ने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है. अभय कमांड और साइबर सेल को शहर के चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखने के लिए वॉर रूम में तब्दील कर दिया गया है. जानें कैसा है वॉर रूम का माहौल? कैसे पुलिसकर्मी लॉकडाउन में शहर की कर रही है निगरानी? इस स्पेशल रिपोर्ट में...

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Published : Apr 8, 2020, 2:09 PM IST

Jaipur police War room जयपुर न्यूज
देखें वॉर रूम की पूरी कार्यप्रणाली

जयपुर.कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को जीतने के लिए जयपुर पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. इसी क्रम में पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय से संचालित अभय कमांड सेंटर और साइबर सेल को अब कोरोना वॉर रूम में तब्दील कर दिया गया है. कोरोना वॉर रूम में अलग-अलग शिफ्ट के अंदर पुलिसकर्मी 24 घंटे कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र पर निगरानी रख रहे हैं तो इसके साथ ही विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी पैनी नजर रखी जा रही है. कोरोना वॉर रूम कैसे शहर के चप्पे पर निगरानी रख रहा है, इसकी कार्यप्रणाली जाने ईटीवी भारत वॉर रूम पहुंचा, जहां वॉर रूम एसीपी ने विस्तृत जानकारी दी.

वॉर रूम में जुटी है पुलिस

राजधानी में कर्फ्यू की शर्तों की अवहेलना करने वाले लोगों पर कार्रवाई के साथ-साथ सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए कोरोना को लेकर अफवाह फैलाने वाले लोगों के खिलाफ वॉर रूम के माध्यम से सख्त कार्रवाई की जा रही है. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के कोरोना वॉर रूम से किस प्रकार शहर के चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है और विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट की मॉनिटरिंग की जा रही है यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम कोरोना वॉर रूम पहुंची. जहां कोरोना वॉर रूम एसीपी राजेश मलिक ने ईटीवी भारत को तमाम कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इसके साथ ही कोरोना वॉर रूम के द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में भी अवगत करवाया.

देखें वॉर रूम की पूरी कार्यप्रणाली

सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले 17 लोग गिरफ्तार

कोरोना वॉर रूम में संचालित साइबर सेल लगातार 24 घंटे विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं. जहां पर बड़ी स्क्रीन के साइबर एनालिसिस प्लेटफॉर्म के माध्यम से उन तमाम मैसेज पर नजर रखी जा रही है, जो लगातार ट्रेंड में है और पूरी तरह से बेबुनियाद हैं. इन मैसेजेस को सोशल मीडिया नेटवर्किंग के जिन प्लेटफार्म के माध्यम से और जिन अकाउंट के माध्यम से शेयर किया जा रहा है, उन पर भी लगातार निगरानी रखी जा रही है.

ऐसे लोगों को चिन्हित करने के बाद उनके खिलाफ नेशनल डिजास्टर एक्ट, राजस्थान एपिडेमिक एक्ट और आईटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया जा रहा है. अब तक सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए अफवाह फैलाने वाले 70 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जा चुका है और 17 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है.

दिन रात डटे हैं पुलिसकर्मी

लोगों को फोन कॉल पर मिल रहा लगातार जवाब और रखी जा रही शहर के चप्पे-चप्पे पर निगरानी

कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच फैल रही अफवाहों को लेकर भी जयपुर पुलिस के पास लाखों की संख्या में लोगों के फोन कॉल आ रहे हैं. आमजन की विभिन्न समस्याओं का समाधान पुलिस लगातार कर रही है. फोन कॉल के माध्यम से लोगों को अफवाह पर ध्यान ना देने और उसके साथ ही मेडिकल इमरजेंसी होने पर सहायता पहुंचाने का काम किया जा रहा है.

इसके साथ ही कर्फ्यू के क्षेत्र में यदि किसी भी तरह का कोई मूवमेंट या किसी व्यक्ति की हलचल बड़ी स्क्रीन पर दिखाई दे रही है तो उसकी जानकारी तुरंत संबंधित थाने को देकर कर्फ्यू की शर्तों का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ऐसे व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा रहा है.

सोशल मीडिया की भी हो रही निगरानी

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इसके साथ ही यदि कोई व्यक्ति कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र में गली में वाहन के जरिए आता-जाता दिखाई दे रहा है तो उसे भी वॉर रूम के माध्यम से चिन्हित कर गिरफ्तार करते हुए वाहन को सीज करने की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. अब तक राजधानी जयपुर में कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

इसके साथ ही धारा 144 का उल्लंघन करने पर 72 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं और 5 हजार 912 वाहन जब्त किए जा चुके हैं. जयपुर पुलिस कोरोना वॉर रूम के माध्यम से कोरोना की जंग जीतने के लिए भरसक प्रयास कर रही है.

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