जयपुर.सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले, लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वाले लोगों पर जयपुर पुलिस का सोशल मीडिया सेल (jaipur police IT cell ) आपनी निगाहें बनाए हुए है. कुछ लोग महज चर्चाओं में रहने के लिए और दूसरे लोगों को भड़काने के लिए आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं. जिसके चलते कई बार स्थिति काफी गंभीर हो जाती है. इसे देखते हुए जयपुर पुलिस की सोशल मीडिया सेल 24 घंटों तक विभिन्न प्लेटफार्म पर अपनी नजर रख रही है. साथ ही असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है.
इन धाराओं में की जाती है कार्रवाई:एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा ने बताया कि आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने वाले व्यक्ति को तुरंत आईडेंटिफाई करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ उनकी ओर से किए गए कृत्य के आधार पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एक्शन लिया जाता है. कोई भी ऐसा कंटेंट जो अनेक बार शेयर किया जा रहा है, और विवादास्पद है उस पर विशेष फोकस रखा जा रहा है. साथ ही ऐसा कंटेंट शेयर करने वाले तमाम लोगों के खिलाफ आईटी एक्ट और विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जाती (Jaipur social media cell is keeping eye on social media) है. उन्होंने बताया कि पूर्व में भी इस तरह के अनेक लोगों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा गया था. इमेज मॉर्फिंग करने वाले या किसी दूसरे स्थान की वीडियो को कट पेस्ट कर किसी अन्य स्थान का बताकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले लोगों के विरुद्ध आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाती है. दो समुदाय के बीच सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले पोस्ट शेयर करने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी आईपीसी की धारा 153-ए और 295-ए के तहत कार्रवाई की जाती है.