जयपुर.प्रदेश मेंजयपुर पुलिस की ओर से अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए कबाड़ से भी कम कीमत पर वाहन बेचे जाने का खुलासा करने के बाद ईटीवी भारत की ओर से इस प्रकरण में एक और चौंकाने वाला खुलासा किया जा रहा है. जयपुर पुलिस की ओर से थाने के बाहर खड़े और पुलिस एक्ट में जब्त किए गए वाहनों को महज 50-100 रुपए में बेचा गया. इसके साथ ही जयपुर पुलिस की ओर से एक और कारनामा किया गया है.
बता दें कि जयपुर पुलिस की ओर से चोरी हुए वाहनों को बरामद करने के बाद उसकी जानकारी वाहन मालिक को दिए बगैर ही वाहनों को नीलाम कर दिया गया है. ईटीवी भारत की पड़ताल में ऐसे 3 प्रकरण सामने आए हैं, जहां पुलिस की ओर से चोरी के वाहन बरामद करने के बाद उन्हें नीलाम कर दिया गया.
वाहनों की नीलामी में पुलिस की मिलीभगत के खेल का खुलासा करने के बाद प्रकरण में नित नए खुलासे हो रहे हैं. जहां जयपुर पुलिस की ओर से महज 50 रुपए में स्कूटर और 100 रुपए में बाइक नीलाम कर दी गई तो वहीं 8 हजार रुपए में ट्रैक्टर और 15 हजार रुपए में ट्रक नीलाम कर दिया गया. साथ ही जयपुर पुलिस ने ऐसे दुपहिया वाहन भी नीलाम किए हैं जो चोरी के थे और उन्हें बरामद करने के बाद वाहन मालिक को उसकी जानकारी तक नहीं दी गई.
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वहीं, ऐसा ही एक मामला शिप्रापथ थाने में सामने आया. जहां पर वर्ष 2016 में नरेंद्र नाम के एक व्यक्ति की बाइक चोरी हुई थी और वह बाइक आज तक नरेंद्र को नहीं मिली है. जबकि पुलिस की ओर से चोरी की बाइक को बरामद करने के बाद नीलाम कर दिया गया.
पीड़ित को नहीं मिली बाइक मिलने की सूचना...इंश्योरेंस कंपनी ने भी नहीं दिया क्लेम
ईटीवी भारत की ओर से जब इस पूरे प्रकरण में पड़ताल की गई और प्रकरण से जुड़े हुए दस्तावेज जुटाए गए तो उसमें इस बात का भी खुलासा हुआ कि पुलिस की ओर से चोरी के वाहन बरामद करने के बाद उन्हें वाहन मालिकों को नहीं सौंपा गया और नीलाम कर दिया गया. ऐसे ही पीड़ित व्यक्ति नरेंद्र ने वर्ष 2016 में शिप्रापथ थाने में बाइक चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पीड़ित ने बताया कि जिस दिन उसकी बाइक चोरी हुई थी उसने उसी दिन पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर इसकी सूचना दी थी.