जयपुर. बीवीजी कंपनी जयपुर शहर में बीते 4 साल से डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का कार्य कर रही है. इस कार्य में मुख्य भूमिका वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारी निभा रहे हैं. बावजूद इसके, कंपनी प्रबंधक कर्मचारियों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा. इससे कर्मचारियों में रोष है.
वहीं, इसे लेकर बीवीजी से जुड़े सफाई कर्मचारियों ने कंपनी को मांगे नहीं माने जाने पर काम ठप करने की चेतावनी भी दी थी. तय समय बीतने के बाद भी कंपनी ने कर्मचारियों की मांगों पर कोई सुध नहीं ली. यही नहीं, कर्मचारियों को जुलाई महीने से वेतन भी नहीं दिया गया. हालांकि, कंपनी प्रतिनिधियों और निगम प्रशासन की ओर से दिए गए आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल खत्म की.
हेरिटेज निगम कमिश्नर अवधेश मीणा ने बताया कि फिलहाल कर्मचारियों से जुड़े हुए प्रकरण को निस्तारित किया गया है. भविष्य में भी इस तरह की कोई प्रकरण आते हैं, तो उनका रास्ता निकाला जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि शहर की सफाई व्यवस्था में किसी भी तरह की कोताही बरतने पर नोटिस देने के साथ-साथ पेनल्टी लगाई जाएगी. पहले भी पेमेंट काट कर दिया गया है.
उधर, ग्रेटर नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर ब्रजेश चांदोलिया ने बताया कि शहर में बीवीजी से जुड़े सफाई कर्मचारियों की हड़ताल किसी भी नगर निगम में रहे, असर पूरे शहर पर पड़ता है. ऐसे में दीपावली के त्योहार को देखते हुए समीक्षा भी की गई है और कंपनी को हिदायत दी गई है कि शहर में सड़कों पर कहीं भी कचरा न मिले.