जयपुर. ये ऑडियो कटारिया और वल्लभनगर से जुड़े किसी भाजपा कार्यकर्ता में हुई बातचीत का बताया जा रहा है, जिसमें फोन पर बात करने वाला कार्यकर्ता हिम्मत सिंह झाला का नाम प्रत्याशी के लिए दिल्ली पहुंचने पर नाराजगी जाता रहा है.
हालांकि, ईटीवी भारत इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता, लेकिन वायरल ऑडियो में सामने आई बातचीत में कटारिया यह बोलते सुनाई दे रहे हैं कि उन्होंने बात संगठन और पार्टी में जिस स्तर तक रखनी थी, वहां रख दी है. बाकी निर्णय पार्टी को करना है. अब इसमें मेरी या कार्यकर्ताओं की बात खराब होती है तो मैं फांसी लगाकर मरूं क्या !
सोशल मीडिया में वायरल चल रहे ऑडियो में बातचीत के अंश कुछ इस प्रकार हैं...
कटरिया- जहां तक बात करनी थी, कर ली...जहां फोन नहीं मिले वहां क्या करें.
कार्यकर्ता- अच्छा, मोदी जी से बात नहीं कर सकते अभी अपन.
कटारिया- हां, फोन नहीं मिला, कोशिश करी सभी.
कार्यकर्ता- सर...मर जाएंगे हम लोग तो, ऐस हो रहा है.
कटारिया- अब क्या करें, मैं जितना कर सकता हूं करूंगा...भाई यहां तो आपके एमपी साहब का सबसे बड़ा रोल है. अब क्या करें...वो उनका साथी ही है, पार्टनर है, भगवान जाने क्या है..मालूम नहीं.
कार्यकर्ता- अच्छा, अच्छा आप तो इतने पुराने वरिष्ठ नेता हो...क्या पार्टी नहीं मानी आपकी.
कटारिया- जितनी चले उतनी तो मैंने कह दिया...अब नहीं चले तो लड़ाई तो करने से रहा सड़क पर.
कार्यकर्ता- हमारे पीछे आपका भी नाम खत्म हो रहा है, बात तो वो हो रही है.
कटारिया- अब हो रहा है तो हो जाएगा...पार्टी मेरी जरूरत समझेगी तो काम करेगी, वरना नहीं करेगी...मैं क्या करूंगा...मेरा खराब हो रहा है तो क्या करूं, फांसी लगाकर मरूं क्या.
कार्यकर्ता- नहीं, ऐसा नहीं कर सकते अपन, लेकिन क्या दिल्ली में केंद्रीय नेता नहीं मानते.