जयपुर. नगर निगम चुनाव के बाद अब पंचायत राज चुनाव 2020 में भी बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी कर ली है. चुनाव परिणाम आने से ठीक पहले भाजपा ने लगभग सभी 21 जिलों में अपने प्रत्याशियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना शुरू कर दिया है. हालांकि, इसके पीछे भाजपा नेता प्रशिक्षण वर्ग का हवाला दे रहे हैं.
पंचायत चुनाव में खरीद-फरोख्त का डर, राजनीतिक भ्रष्टाचार रोकने के लिए प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी : कटारिया - rajasthan latest hindi news
नगर निगम चुनाव के बाद अब पंचायत राज चुनाव 2020 में भी बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी कर ली है. चुनाव परिणाम आने से ठीक पहले भाजपा ने लगभग सभी 21 जिलों में अपने प्रत्याशियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना शुरू कर दिया है.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि राजनीतिक भ्रष्टाचार को रोकने के लिए यह बाड़ाबंदी की गई है. जयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कटारिया ने कहा कि राजनीति इसे समझदारी ही कहेंगे, क्योंकि जिस प्रकार का माहौल प्रदेश में चल रहा है. उसके बाद इस बात की आशंका काफी ज्यादा हो गई है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस धनबल और सत्ताबल का प्रयोग कर तोड़फोड़ की कोशिश करेंगे. लेकिन, हम पूरी तरह सचेत हैं.
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गौरतलब है कि इससे पहले प्रदेश में नवगठित 6 नगर निगमों के चुनाव में भी भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही अपने प्रत्याशी और फिर बाद में जीते हुए पार्षदों की बाड़ाबंदी की थी. वहीं, अब पंचायत राज चुनाव में भी इसी रणनीति पर भाजपा काम कर रही है.