जयपुर.नगर निगम चुनाव की मतगणना से पहले बीजेपी ने अपने नगर निगम हेरिटेज के प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी शुरू कर दी है. अजमेर रोड के नरसिंहपुरा स्थित होटल जोन पैलेस में उन्हें प्रशिक्षण के नाम पर एक जगह एकत्रित किया गया है. नगर निगम हेरिटेज के चुनाव सह प्रभारी और पूर्व संसदीय सचिव जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि भाजपा प्रत्याशियों में फूट की कोई गुंजाइश नहीं है, लेकिन नगर निगम बोर्ड के गठन से पहले इनका प्रशिक्षण भी बहुत जरूरी है.
भाजपा प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी भाजपा प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत में जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस की सरकार ने जितने नगर निगमों में परिसीमन किया उसके बाद सरकार की नीयत पर सवाल उठना लाजमी है. हालांकि गोठवाल ने खुलकर तो नहीं लेकिन इस बात के संकेत जरूर दे दिया कि भाजपा को यही डर है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस उनके जीते हुए पार्षदों से संपर्क कर अपने पक्ष में ना कर ले. गोठवाल ने कहा कि यह बाड़ेबंदी नहीं है बल्कि प्रशिक्षण वर्ग है, जो भाजपा में चुनाव के दौरान होता ही है.
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नगर निगम हेरिटेज के बाद ग्रेटर के प्रत्याशियों की होगी बाड़ेबंदी
भाजपा ने नगर निगम जयपुर हेरिटेज के प्रत्याशियों की तो बाड़ेबंदी कर ली, लेकिन अब संभवतः सोमवार तक नगर निगम ग्रेटर से जुड़े प्रत्याशियों की भी बाड़ेबंदी इसी तरह की जाएगी. पूर्व संसदीय सचिव जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि वे इस बारे में कुछ भी कहने के लिए अधिकृत नहीं हैं और इस बारे में फैसला प्रदेश नेतृत्व ही करेगा. लेकिन जिस प्रकार पार्टी की प्रशिक्षण देने की नीति रही है, उसमें संभवतः ग्रेटर के प्रत्याशियों को भी इसी प्रशिक्षण वर्ग से गुजरना होगा.
क्या भाजपा को अपने प्रत्याशियों पर विश्वास नहीं...
जयपुर नगर निगम हेरिटेज के प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी बीजेपी ने मतगणना से पहले ही शुरू कर दी, उसके बाद अब इन प्रत्याशियों की निष्ठा पर भी सवाल उठने लगे हैं. राजनीतिक गलियारों में अब यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या भाजपा ने ऐसे प्रत्याशियों को टिकट दिया है जो पार्टी के प्रति निष्ठा नहीं रखते हैं. वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि बीजेपी दूध की जली हुई है और छाछ भी फूंक-फूंक कर पी रही है क्योंकि जिस तरह पूर्व में जयपुर महापौर उपचुनाव में बीजेपी के बहुमत के बावजूद महापौर के रूप में भाजपा बागी विष्णु लाटा ने कुर्सी पर कब्जा किया. उसी तरह इन चुनावों में भी कुछ उलटफेर ना हो जाए जिसके चलते पहले से ही इतिहास बढ़ती जा रही है.