जयपुर. राजस्थान की झोली से एक बार फिर आईपीएल छिटक गया है. ऐसे में क्रिकेट प्रेमियों को तो निराशा हाथ लगी ही है. साथ ही आईपीएल की मेजबानी छिनने के बाद राजस्थान में आने वाले व्यवसाय को भी बड़ा झटका लगा है. देखिये यह खास रिपोर्ट...
जयपुर को नहीं मिली आईपीएल की मेजबानी जयपुर में आईपीएल मैच नहीं होने से शहर के टूरिज्म सेक्टर, होटल इंडस्ट्री, रोड ट्रांसपोर्ट, फूड इंडस्ट्री से जुड़े लोग निराश हैं. माना जा रहा है कि आईपीएल नहीं होने के कारण प्रदेश को करीब 500 करोड़ रुपए के व्यवसाय का झटका लगा है.
इस बार जयपुर को आईपीएल की मेजबानी नहीं मिल पाई है. ऐसे में क्रिकेट प्रेमी स्टेडियम में होने वाली चौके-छक्कों की बरसात इस बार नहीं देख पाएंगे. आईपीएल नहीं होने के कारण होटल इंडस्ट्री और टूरिज्म इंडस्ट्री का खासा नुकसान उठाना पड़ेगा.
आईपीएल की मेजबानी नहीं होने से आरसीए को राजस्व का नुकसान इन क्षेत्रों के जानकारों का कहना है कि पिछली बार कोरोना के कारण आईपीएल मैच नहीं हो पाए. इस बार उम्मीद थी कि जयपुर में आईपीएल के मैचों का आयोजन होगा तो कारोबार पटरी पर लौट सकेगा. कोविड-19 के कारण होटल इंडस्ट्री और टूरिज्म इंडस्ट्री को सबसे बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था. लेकिन उम्मीद टूट गई.
पड़ोसी राज्यों से पहुंचते थे दर्शक
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में होने वाले आईपीएल मैच को देखने राजस्थान ही नहीं बल्कि इसके आस-पास के राज्यों से भी लोग पहुंचते थे. जिसमें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और गुजरात से आने वाले क्रिकेट प्रेमी प्रमुख थे. इन राज्यों से आने वाले क्रिकेट प्रेमी जयपुर में पर्यटन का भी आनंद लिया करते थे.
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जयपुर आने वाले क्रिकेट लवर्स परिवार के साथ जयपुर के पर्यटन स्थल देखने पहुंचते थे. इससे आमेर, नाहरगढ़, जंतर-मंतर, अल्बर्ट हॉल आदि मॉन्यूमेंट पर्यटकों से गुलजार रहते थे. व्यवसाई दीपेंद्र लूणीवाल कहते हैं कि इस बार हमें उम्मीद थी कि जयपुर में आईपीएल मैच का आयोजन होगा. कोरोना के चलते हैं जो होटल व्यवसाय प्रभावित हुआ है उसकी भरपाई हो सकेगी. लेकिन जयपुर में आईपीएल मैचों का आयोजन नहीं होने के चलते हमें काफी निराशा का सामना करना पड़ा है.
मैच नहीं होने से मायूस क्रिकेट फैन्स इन व्यवसाय पर पड़ा असर
आमतौर पर आईपीएल के कारण कुछ व्यवसाय को काफी फायदा होता था. जिसमें टूरिज्म सेक्टर, होटल इंडस्ट्री, एविएशन इंडस्ट्री, रेल ट्रांसपोर्ट, बस ट्रैवल इंडस्ट्री, फूड इंडस्ट्री, इवेंट इंडस्ट्री आदि शामिल हैं. इसके अलावा कुछ ऐसे छोटे-मोटे रोजगार भी थे जो सीधे तौर पर आईपीएल से जुड़े हुए थे. लेकिन इस बार आईपीएल नहीं होने की वजह से काफी बड़ा नुकसान इन सेक्टर्स को उठाना पड़ेगा.
टूरिज्म इंडस्ट्री को तगड़ा झटका आरसीए और खेल परिषद को भी नुकसान
आईपीएल का आयोजन नहीं होने के कारण राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन और खेल परिषद को भी काफी बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा. क्योंकि खेल परिषद और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के बीच एक एमओयू साइन किया गया था.
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जिसके तहत 20 लाख रुपए प्रति मैच आरसीए खेल परिषद को देता था. तो वहीं आरसीए को हर मैच पर करीब 30 लाख रूपए का राजस्व प्राप्त होता था. ऐसे में 7 मैच का आयोजन जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम पर किया जाता था और टिकट और अन्य सुविधाओं के नाम पर भी कुछ राजस्व आरसीए और खेल परिषद को प्राप्त होता था.
राजस्थान के खिलाड़ियों में भी निराशा मैच नहीं होने से निराशा
राजस्थान के कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जो आईपीएल की अलग-अलग फ्रेंचाइजी में खेल चुके हैं. ऐसे में बेंगलुरु के लिए खेल चुके राजस्थान के खिलाड़ी राजेश विश्नोई सीनियर का कहना है कि आमतौर पर जयपुर में लंबे समय से किसी प्रकार का कोई अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित नहीं हुआ है.
आईपीएल से थी शहर को 500 करोड़ के व्यवसाय की उम्मीद दर्शक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सिर्फ आईपीएल के माध्यम से ही खेलते हुए देखते थे. लेकिन पिछले साल कोरोना के चलते और इस बार जयपुर को मेजबानी नहीं मिलने के कारण क्रिकेट प्रेमियों को काफी निराशा हुई है.