जयपुर. राजधानी में इन दिनों हर तरफ गरबा-डांडिया के रंग बिखरे हुए हैं. इसी बीच आगामी निगम चुनाव को देखते हुए कई सियासतदान भी इन आयोजनों में सियासी गरबा खेलने पहुंच रहे हैं. वहीं जयपुर के स्टैचू सर्किल पर स्थित एक निजी होटल में आयोजित अग्रवाल समाज के गरबा-डांडिया महोत्सव में भी यही नजारा देखने को मिला. बताया जा रहा है कि यहां जयपुर के बड़े वोट बैंक को साधने के लिए दोनों बड़े राजनीतिक दलों के कद्दावर नेता इस समाज से जुड़ने के लिए पहुंच रहे हैं.
जयपुर में निगम चुनाव को देखते हुए नवरात्र पांडालों में राजनेताओं का सियासी गरबा जयपुर में इन दिनों नवरात्र के अवसर पर 9 दिनों तक चलने वाली मां दुर्गा की पूजा के साथ गरबा और डांडिया की धूम मची हुई है. शहर के स्टेच्यू सर्किल, मानसरोवर, जवाहर सर्किल, ब्रह्मपुरी सहित कई जगहों पर गुजराती गानों के साथ डांडिया की खनक गूंज रही है. वहीं गरबा में युवक-युवतियां सज-धज कर मां दुर्गा के पांडाल में डीजे और लोक गायकों की धुन पर डांडिया खेलते हुए नजर आ रहे हैं.
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इस बीच आगामी निकाय चुनाव को देखते हुए राजनेता भी यहां विभिन्न समाजों की ओर से आयोजित गरबा-डांडिया कार्यक्रमों में सियासी गरबा खेलते हुए दिख रहे हैं. इस क्रम में प्रदेश के कई दिग्गज राजनेताओं ने अग्रवाल समाज की ओर से आयोजित गरबा डांडिया महोत्सव में भाग लिया. बता दें कि जयपुर में अग्रवाल समाज का बड़ा वोट बैंक है, जिसे भुनाने के लिए कोई भी राजनीतिक दल चूकना नहीं चाहता है.
बताया जा रहा है कि अग्रवाल समाज के गरबा-डांडिया महोत्सव में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से लेकर मेयर विष्णु लाटा, सांसद रामचरण बोहरा और पूर्व मंत्री और विधायक कालीचरण सराफ पहुंचे. तो वहीं पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी अपनी पत्नी के साथ यहां गुजराती गीतों की धुन पर थिरकते हुए नजर आए.
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वहीं अग्रवाल समाज के युवक-युवतियों ने इस आयोजन के लिए करीब एक महीने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी. उनकी ये मेहनत पांडाल में नजर भी आई. इस दौरान मोर पंखों के साथ थिरकती युवतियां आकर्षण का केंद्र रहीं. साथ ही एक महिला गरबे के दौरान हेलमेट पहनकर लोगों को बाइक चलाते समय हेलमेट पहनने के लिए जागरूक करती हुई भी दिखीं. बहरहाल, गुजरात का लोक नृत्य अब पूरे देश में और खासकर राजधानी जयपुर में अपने रंग बिखेर रहा है.