जयपुर. जयपुर एयरपोर्ट पर 17 मार्च को बेंगलुरु से जयपुर आ रही फ्लाइट में जन्म लेने वाले मासूम के जन्म प्रमाण पत्र को लेकर आ रही परेशानी अब दूर हो गई है. इस मामले में अब जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन हरकत में आ गया है और इसे लेकर जल्दी ही नवजात के जन्म प्रमाण पत्र के लिए पत्र जारी करेगा. जन्म प्रमाण पत्र को लेकर भटक रहे परिजनों ने एयरपोर्ट प्रशासन के पास जाकर मदद भी मांगी थी. बच्चे के जन्म के बाद उसके जन्म प्रमाण पत्र बनाने में आई दिक्कतों का मामला सुर्खियों में बना हुआ था.
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बता दें कि 17 मार्च को ललिता नाम की महिला बेंगलुरु से हवाई सफर करते हुए जयपुर आ रही थी. यह महिला अजमेर से ब्यावर की रहने वाली बताई गई. हवाई सफर के दौरान जैसे ही जब जयपुर नजदीक आने वाला था, तो ललिता को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी. जिसके बाद इंडिगो एयरलाइन के अंतर्गत सफर कर रही एक महिला डॉक्टर ने उड़ते विमान में ग्रुप मेंबर के सहयोग से सफल प्रसव करवाया. उसके बाद जच्चा और बच्चा दोनों ही सकुशल जयपुर एयरपोर्ट पर उतरे थे.
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बता दें कि ललिता और उसके पति भैरू सिंह अजमेर जिले में स्थित अपने गांव पहुंचकर बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने की इच्छा जताते हैं. लेकिन, सरकारी दफ्तर उसके जन्म की जगह पूछता है. दंपति जन्म की जगह आसमान और प्लेन को बताते हैं, तो सरकारी दफ्तर इस आधार पर सर्टिफिकेट देने से भी मना कर रहा था. जिसके बाद ललिता और भैरू सिंह ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से मदद की गुहार लगाई. जयपुर एयरपोर्ट डायरेक्टर बल्हारा का कहना है कि अगर बच्चे के माता-पिता उनके यहां लिखित आवेदन करते हैं, तो एयरपोर्ट पर घटित हुई पूरी प्रसव प्रक्रिया के बारे में लिखकर देने को भी तैयार है. इसलिए के दस्तावेज को नगर निगम में दिखाकर बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट बनवाया जा सकता है, जिसके बाद बच्चे के माता-पिता ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से बात की और उन्हें बाद में एयरपोर्ट अथॉरिटी ने लिख कर भी लिया गया.