जयपुर.प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में कुछ समय से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. खासकर राजधानी जयपुर की बात की जाए तो यह कोविड-19 संक्रमण का हॉटस्पॉट सेंटर (Jaipur becomes Corona Hot Spot Center) बनता जा रहा है. इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि हर दिन राजधानी जयपुर में संक्रमण के मामले दोगुने होते जा रहे हैं. ऐसे हालात बीते 6 महीने में पहली बार देखने को मिल रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मामले के कारण चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया है.
राजधानी जयपुर में कोरोना संक्रमण (Coroana cases in jaipur) की गति तेज होती जा रही है और सबसे चिंताजनक बात यह है कि बीते कुछ समय से जितने भी संक्रमण के मामले सामने आए हैं, उनमें 75 फीसदी मरीजों में कोरोना के संपूर्ण लक्षण देखने को मिले हैं. कुछ मरीजों में तो ऑक्सीजन सैचुरेशन घटने के मामले भी सामने आए हैं जिसके बाद चिकित्सा विभाग ने चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को मजबूत करने के निर्देश दे दिए हैं.
गुरुवार को संभागीय आयुक्त दिनेश यादव ने सीएमएचओ प्रथम डॉ. नरोत्तम शर्मा से मुलाकात की और स्थिति का जायजा लिया. इस मौके पर डॉ. नरोत्तम शर्मा ने बताया कि राजधानी जयपुर में संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. ऐसे में चिकित्सा विभाग की ओर से मिले निर्देश के बाद अधिक से अधिक सैंपल एकत्रित किए जा रहे हैं. इसके अलावा सरकार की ओर से कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने के निर्देश भी मिले हैं.
रोकथाम को लेकर दिशा-निर्देश
प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद चिकित्सा विभाग (Corona in Rajasthan) ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं. कहा गया है कि पॉजिटिव पाए गए मरीजों के कॉन्टेक्ट में आए लोगों को चिन्हित किया जाए और उन्हें आइसोलेशन में रखने की व्यवस्था की जाए. पॉजिटिविटी दर की जिला एवं ब्लाक स्तर पर लगातार समीक्षा की जाए. यहां पर रोगी अधिक सामने आ रहे हैं, वहां आइसोलेशन में उन्हें रखा जाए, चिकित्सा विभाग की ओर से अधिक से अधिक टीकाकरण किया जाए और लोगों को जागरूक करने के लिए स्वयंसेवी संगठनों, धर्म गुरुओं, व्यापारी संगठनों की मदद ली जाए.