जयपुर.राजस्थान सरकार की 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना के तहत महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग ने शहर की सात साल की बेटी इनाया खान को 'बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ' योजना का जयपुर जिला ब्रांड एंबेसडर बनाया है. इनाया ने महज चार साल की उम्र में ही बेटियों के लिए काम करना शुरू कर दिया था. इनाया का हाल ही में गरिमा संरक्षण अवार्ड के लिए भी चयन हुआ है. जिसे मुख्यमंत्री की ओर से दिया जाएगा.
7 साल की उम्र में इनाया बनीं ब्रांड एबेंसेडर वहीं इस योजना में नेशनल स्टूडेंट प्रोटेक्शन राइट संस्था ने इनाया को भारत का ब्रांड एम्बेसेडर भी बनाया है.साथ ही जल्द ही डॉ एपीजे अब्दुल कलाम अवार्ड से भी सम्मानित किया जाएगा. 7 वर्षीय इनाया ने बताया कि जब वो टीवी या न्यूज़पेपर देखती तो रोजाना एक दो बेटी को मारने की खबरे होती थी.ये खबरें देखकर और सुनकर इनाया को उन माँ बाप पर गुस्सा जो बेटी को मार देते थे.इनाया ने कहा बेटी लक्ष्मी का रूप है और बेटी जब पैदा होती है तो घर मे लक्ष्मी आती है.इसलिए बेटियों को मारने की बजाए उनको आगे बढ़ाना पढ़ाना चाहिए.
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इनाया ने कल्पना चावला का उदाहरण देते हुए कहा कि स्पेस पर देश की बेटी कल्पना चावला ही गयी थी.ऐसे ही अगर हम बेटियों को बचाएंगे तो कितनी कल्पना चावला होगी जो देश की रक्षा कर रही होगी.
इनाया की माँ डॉ. बेनज़ीर खान ने बताया कि इनाया के इस सफ़र की शुरुआत महज 4 साल की उम्र में हुई. तब से उसे सामाजिक कार्यों में खासी दिलचस्पी थी.चाहे वह गरीब बच्चों की परेशानी हो या फिर बेटियों के साथ होने वाले बुरा बर्ताव.टीवी और न्यूज़पेपर में यह सब देखकर उसका कोमल मन रोने लगता था.
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इनाया ने यहीं से सामाजिक कार्यों की शुरुआत की.गरीब लोगों को खाना खिलाया और उनके बच्चों की हर तरह से मदद करना इनाया का शौक बन गया.इनाया ने सॉन्ग और शॉर्ट मूवी में एक्टिंग कर बेटियों से जुड़े मुद्दों को उठाया और लोगों को जागरुक करना शुरू किया.पिछले 3 सालों से इनाया बेटी बचाओ मुद्दे पर काम कर रही है.महिला उपनिदेशक विभाग और जयपुर कलेक्टर की ओर से इनाया खान को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया.