राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

RUHS के बाद अब प्राइवेट अस्पतालों को डेडिकेटेड कोविड सेंटर बनाने की तैयारी... - Dedicated Covid Center

राजधानी जयपुर में आरयूएचएस अस्पताल को फिलहाल डेडिकेटेड कोविड-19 सेंटर बनाया गया है, लेकिन बीते कुछ समय से जयपुर में बढ़ रहे कोरोना के आंकड़ों के बाद अब कुछ प्राइवेट अस्पतालों को भी कोविड-19 सेंटर में तब्दील किया जा सकता है. प्रशासन की ओर से संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसकी तैयारी की जा रही है.

After RUHS, now dedicated hospital will become dedicated Covid Center
आरयूएचएस के बाद अब प्राइवेट अस्पताल बनेंगे डेडिकेटेड कोविड सेंटर

By

Published : Sep 1, 2020, 7:25 PM IST

जयपुर. बीते कुछ समय से राजधानी जयपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. ऐसे में फिलहाल प्रताप नगर स्थित आरयूएचएस अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड-19 सेंटर में तब्दील किया गया है. यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है लेकिन बीते कुछ समय से जिस तरह से लगातार मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, उसे देखते हुए सरकारी अस्पताल के अलावा कुछ निजी अस्पतालों को भी कोविड-19 सेंटर में तब्दील करने की तैयारी कर रही है.

आरयूएचएस के बाद अब प्राइवेट अस्पताल बनेंगे डेडिकेटेड कोविड सेंटर

फिलहाल ऑक्सीजन युक्त बेड बढ़ाए जाएंगे...

बीते कुछ समय से जिस तरह से कोरोना के मरीज शहर में बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए सरकार ने सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी क्षेत्र के अस्पतालों में हाईफ्लो ऑक्सीजन युक्त बेड बढ़ाने की तैयारी की है. मामले को लेकर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि हमने कुछ निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन फ्लोर युक्त बेड बढ़ाने के निर्देश दिए हैं और यदि जरूरत पड़ी तो कुछ अस्पतालों को डेडिकेटेड कोविड-19 सेंटर में तब्दील किया जाएगा. इसके अलावा सरकार ने एक बार फिर से सवाई मानसिंह अस्पताल और ईएसआई अस्पताल को भी इस लिस्ट में रखा है, जहां जरूरत पड़ने पर इन अस्पतालों को कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज के लिए उपयोग में लाया जाएगा.

यह भी पढ़ें:'राजस्थान में कोरोना का संक्रमण फैलाने के सबसे बड़े दोषी सीएम गहलोत हैं'

राजधानी जयपुर में बीते कुछ समय से कोरोना पॉजिटिव मरीजों के आंकड़ों में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिल रही है. 31 अगस्त तक जयपुर में कुल 10791 पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं और अभी भी 3864 एक्टिव केस राजधानी में कोरोना के हैं. इसके अलावा अकेले जयपुर में 275 मरीजों की मौत हो चुकी है जो चिंता का विषय है. इसे देखते हुए सरकार ने एक बार फिर से अस्पतालों में व्यवस्थाएं बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं और ऐसे अस्पताल जिन्हें पूर्व में कोरोना फ्री घोषित किया गया है, उन्हें फिर उपयोग में लाया जा सकता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details