जयपुर. बनारस हिन्दू विश्विद्यालय में जहां एक ओर विद्यार्थियों ने मुस्लिम प्रोफेसर फिरोज खान से संस्कृत न पढ़ने को लेकर विरोध किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर जयपुर की एक ऐसी तस्वीर भी है जहां पर एक सरकारी स्कूल में 80 फीसदी मुस्लिम बच्चें संस्कृत की तालीम ले रहे है. यह नजारा राजधानी के शास्त्री नगर के पटेल मार्ग के तंग गलियों में स्थित राजकीय ठाकुर हरी सिंह संस्कृत विद्यालय का है.
ले रहे संस्कृत की तालीम
बता दें, इस स्कूल में 80 प्रतिशत मुस्लिम विद्यार्थी है जो संस्कृत की तालीम ले रहे है. इतना ही नहीं इन बच्चों को वैदिक श्लोकों और नीतिगत श्लोक कंठस्थ याद है, जिसे कोई भी देखकर हैरान रह जाएगा. वहीं यह बच्चे अपना परिचय भी संस्कृत में देते है. इस स्कूल बड़ी बात यह है कि स्कूल में पढ़ने वालों में बालिकाओं की संख्या अधिक है.
222 विद्यार्थी मुस्लिम समुदाय
वहीं विभाग के अधीन दसवीं तक के इस स्कूल में 277 विद्यार्थियों का नामांकन है. जिसमें से 222 विद्यार्थी मुस्लिम समुदाय के है, जो संस्कृत की तालीम लेने के लिए इस स्कूल में आते है और उर्दू सीखने के लिए मदरसा भी जाते है. इतना ही नहीं ये बच्चे संस्कृत में सीखे गए यह वैदिक श्लोक घर जाकर भी सुनाते है. बच्चों को संस्कृत में श्लोक पाठ करते देख परिजन भी खुश नजर आते है, वो कहते है की बच्चे संस्कृत के साथ -साथ उर्दू भी सीखते है और मजहब में यह नहीं देखा जाता की हमारे बच्चे कौनसी भाषा में पढ़ते है. बस नैतिकता का पाठ पढ़े, चाहे वो संस्कृत में हो या उर्दू में सब बराबर है.