जयपुर.आपने एनिमल लवर तो बहुत देखें होंगे. लेकिन हम एक ऐसे एनिमल लवर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने आपदा को अवसर में तब्दील कर दिया. जी हां, हम बात कर रहे हैं मरियम अबूहैदरी की जो ईरान मूल की हैं.
लॉकडाउन में जयपुर में फंसी मरियम, बनी 'बिल्ली रानी' पिछले लॉकडाउन में मरियम जयपुर में फंस गई थीं. जिसकी वजह से वो वापस अपनों के पास लौट न सकी. अब कोरोना की दूसरी लहर फिर से कहर बरपा रही है और आंशिक लॉकडाउन भी लग चुका है. लेकिन फिर भी मरियम अब खुद जयपुर को छोड़ना नहीं चाहती. जयपुर में ही वो अब दर्जनों बिल्लियों को पाल रही हैं और हैल्प इन सफरिंग में काम कर अपना गुजारा कर रही हैं.
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मरियम बताती हैं कि उनके परिजन पूणे में रहते हैं. पिछले साल फरवरी में वे गुलाबी नगरी घूमने आई थीं, मार्च में कोरोना महामारी के बाद लॉकडाउन लग गया, तब यहीं फंस गई. इसके बाद उन्होंने एक हॉस्टल में किराए पर कमरा लिया और वहां रहने लगीं. हॉस्टल के रूम में वो बिल्कुल अकेली पड़ गई. हालांकि लॉकडाउन के एक समय ऐसा भी आया जब वो धीरे-धीरे लोगों से मिलने लगी और एनिमल्स लवर बन गई. जयपुर और बिल्लियों से उन्हें ऐसा प्यार हुआ कि अनलॉक के बाद भी अपने वतन नहीं लौटीं और जयपुर को पूरी तरह अपना लिया.
अपना शहर छोड़कर पराए शहर को अपना बना लेना आसान नहीं था. उन्होंने बताया कि वो ज्यादा दिन किसी भी शहर में नहीं रुक पाई. लेकिन लॉकडाउन की वजह से जयपुर के लोगों का जानवरों के प्रति प्रेम भाव और लगाव देखकर वो काफी इंस्पायर हुई. फिलहाल मरियम के पास 2 विदेशी बिल्लियों के अलावा दर्जनों देशी बिल्लियां हैं. जिनकी वो देखभाल करती हैं. साथ ही जिन बिल्लियों की मां गुजर जाती है उनके छोटे-छोटे बच्चों का खास ख्याल रखती हैं और फिर थोड़े बड़े होने के बाद वो दूसरे एनिमल्स लवर को एडॉप्शन के लिए दे देती हैं.
अब बिल्लियां ही मरियम का परिवार इसके पीछे मिरियम का खास संदेश यह भी है कि बहुत से लोग बिल्लियों को ज्यादा नहीं समझते और उन्हें पालने से कतराते हैं. जबकि उनकी नजर में कैट्स बहुत प्यारी और मस्तमौला होती हैं. जो एनिमल्स लवर का काफी एंटरटेनमेंट करती हैं.