जयपुर.कमिश्नरेट के विशेष अपराध एवं साइबर क्राइम थाना पुलिस द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने वाले गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार करने के बाद उनसे लगातार पूछताछ जारी है. पुलिस गिरफ्त में आए गैंग के सदस्यों द्वारा सांगानेर तहसीलदार और उपखंड अधिकारी के डिजिटल सिग्नेचर का फर्जी तरीके से इस्तेमाल कर विभिन्न तरह के प्रमाण पत्र जारी किए गए. इस पूरे प्रकरण में उपखंड अधिकारी और सांगानेर तहसीलदार कार्यालय में कार्यरत सरकारी कर्मचारियों की भूमिका को लेकर भी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. साथ ही फर्जी प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले 11 लोगों की भूमिका को लेकर भी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है.
डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद ने बताया, बुधवार को विशेष अपराध एवं साइबर क्राइम थाना पुलिस द्वारा अमित अग्रवाल और मोहम्मद मुस्तकीम को सांगानेर तहसीलदार और उपखंड अधिकारी की एसएसओ आईडी का गलत तरीके से इस्तेमाल कर फर्जी जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र बनाने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्त में आई गैंग का सदस्य मोहम्मद मुस्तकीम रामगंज थाना इलाके में ई-मित्र का संचालन किया करता है. ऐसे लोग जो विभिन्न तरह के प्रमाण पत्र बनाने के इच्छुक हैं. लेकिन उनके पास संबंधित दस्तावेज मौजूद नहीं है, उन्हें फर्जी प्रमाण पत्र बना कर देता है.
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